भ्रष्टाचार के ”बेताज बादशाह” केजरीवाल हमेशा जांच से भागते रहते हैं : भाजपा
भाजपा ने शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आलोचना करते हुए उन्हें ‘भ्रष्टाचार का बेताज बादशाह जो हमेशा (जांच से) भागता रहता है’, करार दिया। मुख्य विपक्षी दल का यह बयान ऐसे समय आया है जब दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा का एक दल केजरीवाल को उनके आधिकारिक आवास पर उन्हें नोटिस देने पहुंचा था।
यह नोटिस उनके इस दावे की जांच में शामिल होने के लिए दिया गया था कि भारतीय जनता पार्टी सत्तारूढ़ आप विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है। एक सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस की टीम मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंची और जोर देकर कहा कि वे केवल केजरीवाल को नोटिस सौंपेंगे क्योंकि यह उनके नाम पर था। वहीं मुख्यमंत्री के आवास पर अधिकारियों ने कहा कि वे नोटिस लेने और क्राइम ब्रांच को पावती देने को तैयार थे। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “यह एक अजीब स्थिति है।
दिल्ली के लोग आज केजरीवाल को भगोड़ा कहने के लिए मजबूर हैं।” उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि जब प्रवर्तन निदेशालय ने कथित घोटाले के सिलसिले में केजरीवाल को पांच समन जारी किए, तो वह “भाग गए”। पूनावाला ने आरोप लगाया कि वह जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए और जांच में सहयोग नहीं किया। भाजपा नेता ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “जब दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा उनके द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच में सहयोग के लिए सीआरपीसी के तहत नोटिस देने के लिए उनके दरवाजे पर पहुंचती है, तब भी वह भाग जाते हैं।” पूनावाला ने कहा, “दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को भ्रष्टाचार का ‘बेताज बादशाह’ माना जाता है, जो कानून प्रवर्तन और जांच एजेंसियों का सामना करने के मामले में हमेशा भागते रहते हैं। भागो, मारो और भागो: यही केजरीवाल का चरित्र और राजनीति है।
इसलिए दिल्ली की जनता कह रही है ‘भाग केजरीवाल भाग’।” भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार में कोई विभाग नहीं बचा है जहां “केजरीवाल एंड कंपनी” ने धोखाधड़ी और लूट नहीं की है, चाहे वह उत्पाद शुल्क नीति हो, दवाएं हों, शिक्षा हो या उनका “शीश महल” (मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास) हो। पूनावाला ने कहा, “भगोड़े केजरीवाल को संविधान पर कोई भरोसा नहीं है। वह खुद को संविधान, कानून-व्यवस्था के साथ-साथ जांच एजेंसियों से भी ऊपर मानते हैं। इसीलिए उन्हें ‘निज़ाम-ए-केजरीवाल’ कहा जाता है। इसीलिए वह भागे-भागे फिर रहे हैं।”