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आपके बच्चे कहीं फोन में ये गेम्स तो नहीं खेलते? चीन की BabyBus कंपनी उड़ा ले जाएगी आपका सारा डेटा

आप सभी को भली भांति याद होगा कि भारत सरकार ने TikTok पर बैन लगा दिया था. ये चीन के ByteDance कंपनी का ऐप था जो भारतीयों के डेटा को गलत तरीके से यूज कर रही थी. हमारी सेफ्टी के लिए सरकार ने इस ऐप को बंद कर दिया था. हालांकि इसके बावजूद चीन के कई इसे ऐप्स हैं जो धड़ल्ले से गूगल प्लेस्टोर पर मौजूद हैं और लोग जमकर इन्हें डाउनलोड कर रहे हैं. यदि आपके घर में छोटे बच्चे हैं और उन्हें गेम खेलने की आदत है तो हो सकता है कि वे भी चीन का कोई ऐप यूज कर रहे हो.

दरअसल, चीन की BabyBus कंपनी 200 से ज्यादा गेम्स ऑफर करती है और भारत में इस कंपनी के गेम्स खूब पॉपुलर हैं. सेंसर टावर की रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 के तीसरे क्वार्टर में एशिया में कुल डाउनलोड किए गए गेम्स में से BabyBus कंपनी की हिस्सेदारी करीब 60% की रही है. यानि भारी मात्रा में लोग चीन के ऐप्स को यूज कर रहे हैं.

इन ऐप्स के साथ ये है परेशनी

अगर आप सोच रहे हैं कि इन ऐप्स के साथ परेशानी क्या है तो दरअसल, प्राइवेसी रिसर्च फर्म Incogni की रिसर्च में ये पता चला कि दुनिया के टॉप 11 डेटा हंगरी ऐप्स में से 3 ऐप्स ऐसे हैं जो बच्चों के जरिए डेटा को इकट्ठा करते हैं और ये तीनों ऐप्स चीन के BabyBus कंपनी के हैं. इसमें Baby Panda World: Kids Games (1 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड), BabyBus Kids: Video&Game World (10 मिलियन डाउनलोड) और Baby Panda’s Kids Play ()10 मिलियन डाउनलोड) के साथ शामिल है.

ET ने जब इन ऐप्स को रिव्यु किया तो पाया कि ये ऐप्स डिवाइस की इनफार्मेशन, आईडी, ऐप इनफार्मेशन और परफॉरमेंस, ऐप से क्या-क्या किया जा रहा है, फाइनेंसियल इनफार्मेशन, परचेस हिस्ट्री समेत कई सेंसटिव इनफार्मेशन को कलेक्ट कर रहे हैं. यानि आपका सारा डेटा चीनी सर्वर के पास जा रहा है. रिपोर्ट में बताया गया है कि ये ऐप्स आपके ईमेल आईडी और यूजर आईडी को भी कलेक्ट करते हैं. इनमें से कुछ ऐप्स तो ऐसे हैं जो यूजर को अपना डेटा डिलीट करने तक का ऑप्शन भी नहीं देते.

ऐप्स की जांच जरुरी

इंडिया फ्यूचर फाउंडेशन के संस्थापक कनिष्क गौड़, जो एक साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ भी हैं, उन्होंने कहा कि हालांकि भारत ने टिकटॉक जैसे लोकप्रिय चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है लेकिन ये चिंता का विषय है कि बेबीबस के ऐप्स अभी भी सभी के लिए ओपन है. उन्होंने कहा कि इन ऐप्स के लिए ये जांचना ज़रूरी है कि कौन-सा डेटा एकत्र किया जा रहा है, इसे कैसे संग्रहीत किया जाता है और क्या इसे तीसरे पक्ष को बेचा जा रहा है या नहीं.

 

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