टीम इंडिया की 20 साल की सुपरस्टार ने लगाया रनों का अंबार, बिना आउट हुए 64 गेंद में ठोक डाले 133 रन, उड़ाए 19 चौके-छक्के
भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज के धूमधड़ाके के बीच घरेलू क्रिकेट में जबरदस्त मुकाबले देखने को मिल रहे हैं. सीनियर वीमेंस इंटर जोनल वनडे ट्रॉफी के मुकाबले में 5 फरवरी को नॉर्थ जोन ने नॉर्थ ईस्ट जोन को 209 रन के बड़े अंतर से हरा दिया. विजेता टीम ने कप्तान शेफाली वर्मा के आतिशी शतक के बूते छह विकेट पर 356 रन का स्कोर खड़ा किया. शेफाली ने 4 गेंद का सामना किया और 10 चौकों व नौ छक्कों से 133 रन की नाबाद पारी खेली. इसके जवाब में नॉर्थ ईस्ट जोन की टीम 147 रन पर ही ढेर हो गई. उसकी तरफ से सेंतीलेमला ने सबसे ज्यादा 64 रन बनाए लेकिन उन्हें दूसरी तरफ से कोई मदद नहीं मिली.
वडोदरा में खेले गए मुकाबले में पहले बैटिंग करते हुए नॉर्थ जोन ने नौ रन के कुल स्कोर पर ओपनर सुषमा वर्मा के रूप में पहला विकेट गंवा दिया. तीन नंबर की बल्लेबाज तनीषा ओलाण भी 21 रन बनाने के बाद चलती बनी. इससे स्कोर दो विकेट पर 54 रन था. अब प्रिया पूनिया और अमनजोत कौर साथ आईं. दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 93 रन की साझेदारी की. प्रिया ने चार चौकों व एक छक्के से 2 रन की पारी खेली. उनके आउट होने के बाद शेफाली बैटिंग को आई. उनके उतरने के बाद नॉर्थ जोन की रनगति को पंख लग गए. जब वह आईं तब स्कोर 29.4 ओवर में 147 रन था. अगले 20.2 ओवर में नॉर्थ जोन ने 209 रन बना दिए.
शेफाली ने 5वें नंबर पर उतर मचाई धूम
शेफाली ने अमनजोत के साथ 70, तनीषा सिंह (11) के साथ 46 और नीना चौधरी (20) के साथ 91 रन की साझेदारी की. अमनजोत ने 86 गेंद का सामना किया और आठ चौकों व दो छक्कों से 92 रन बनाए. वह रन आउट होने से शतक से चूक गईं. शेफाली ने धमाकेदार खेल खेलते हुए टूर्नामेंट के इतिहास का सबसे तेज शतक लगाया. उन्होंने नंबर तीन पर उतरकर यह कमाल किया. अगर वह ओपन करने उतरती तो शायद दोहरा शतक उड़ा सकती थीं.
नॉर्थ ईस्ट की बल्लेबाजी नहीं कर पाईं मुकाबला
लक्ष्य का पीछा करते हुए नॉर्थ ईस्ट जोन की बल्लेबाज नॉर्थ जोन की गेंदबाजी के आगे मुकाबला नहीं कर सकीं. 17 रन पर उसने चार विकेट गंवा दिए थे. इनमें से तीन विकेट नंदिनी शर्मा ने लिए. सेंतीलेमला ने पूर्णी माया गुरुनी (25) के साथ छठे विकेट के लिए 70 रन की साझेदारी करते हुए टीम को 100 के पार पहुंचाया. लेकिन एक बार साझेदारी के टूटते ही नॉर्थ ईस्ट जोन की बैटिंग फिर से ढह गई. उसने आखिरी पांच विकेट 27 रन के अंदर गंवा दिए.