‘मन्नत’ के बाहर ढोल नगाड़े बजाकर पहुंची यूपी पुलिस और बंगला सील कर दिया…
बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान (Shahrukh Khan) का बंगला ‘मन्नत’ उनके Fans के बीच इतना पॉपुलर है कि मुंबई आने पर SRK के चाहने वाले एक बार वहां जरूर जाते हैं. मगर कुछ फैन्स ने तो अपने घर का नाम ही ‘मन्नत’ (Mannat) रख लिया है।
यूपी के माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmad) की गिनती किंग खान के ऐसे ही प्रशंसकों में होती थी. अतीक ने अपनी कोठीे का नाम ही शाहरुख के बंगले के नाम पर’मन्नत’ रख लिया था. हमारी ये ख़बर भी इसी वाले ‘मन्नत’ से जुड़ी है.
उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद (Mafia Atiq Ahmad Kothi) की अवैध संपत्तियों पर लगातार कार्रवाई हो रही है. इसी सिलसिले में यूपी पुलिस (UP Police) के आदेश पर अतीक की आलीशान कोठी को सील कर दिया गया. इस दौरान ढोल नगाड़े बजाकर कुर्की की गई. पुलिस ने लाउडस्पीकर पर मुनादी करते हुए अतीक की कोठी ‘मन्नत’ को सील कर दिया.
इंडिया टुडे से जुड़े अरुण त्यागी की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर बीटा टू थाना पुलिस और नॉलेज पार्क थाना पुलिस ने कार्रवाई की है. अतीक के जिस कोठी को सील किया गया है वो ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 36 में है. इस कोठी का नंबर A-107 है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने यहां अतीक के करोड़ो की संपत्ति को सील किया है.
अतीक अहमद की कोठी ‘मन्नत’ में एक केयर टेकर भी हैं. जिनका नाम पवन है. उन्होंने बताया कि वो वहां 11 – 12 साल से रह रहे हैं. अतीक का बेटा उमर अहमद वहां कभी-कभी वहां आया करता था. पवन ने बताया कि उसे इस बात कि जानकारी थी कि ये कोठी माफिया अतीक की है. पहले भी पुलिस वहां आई थी. लेकिन उस वक्त कोठी खाली करने को नहीं कहा गया था. लेकिन इस बार कोठी पर सील की कार्रवाई के बाद उसे पूरी तरह खाली करने को कहा गया है.
अतीक ने इस कोठी का नाम ‘मन्नत’ रखा था. कारण कि वो बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान का फैन था. शाहरुख के मुबंई वाले घर का नाम भी मन्नत है. रिपोर्ट की मानें तो अतीक के लिए ये कोठी खास थी.
1994 में उसने अपने बेटों की पढ़ाई के लिए इसे खरीदा था. रिपोर्ट्स के अनुसार, बाद में इसका इस्तेमाल पढ़ाई के बदले गैर कानूनी और आपराधिक कामों के लिए किया गया. बताया जाता है कि अतीक जब भी दिल्ली आता था तो यहीं पर मीटिंग करता था.
पिछले साल भी अतीक की संपत्तियों को कुर्क किया गया था. प्रयागराज में उसके कब्जे की 16 अवैध संपत्तियों को कुर्क किया गया था. जिसकी कीमत 12 करोड़ रुपए बताई गई थी.
पिछले साल 15 अप्रैल को अतीक अहमद और अशरफ अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिसकर्मी दोनों को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल लेकर आए थे. इस दौरान मीडियाकर्मी दोनों से बात करने की कोशिश कर रहे थे. तभी अतीक और अशरफ पर हमला हो गया. तीन लोगों ने फायरिंग शुरु कर दी. 18 राउंड फायरिंग के बाद तीनों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया.