कौन है वह शख्स जिसने 1420000000 रुपये कर दिया दान? पहली सैलरी मात्र 670 रु
लार्सन एंड टूब्रो, जिसे L&T के नाम से जाना जाता है, पिछले कुछ हफ्तों से सुर्खियों में है. क्योंकि बहुराष्ट्रीय कंपनी प्रतिष्ठित अयोध्या राम मंदिर का निर्माण कर रहा है. समूह की सफलता के पीछे कई बड़े नाम हैं, लेकिन एक व्यक्ति है जिसने इस दिग्गज को नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद की, वह हैं अनिल मणिभाई नाइक. मणिभाई नाइक ने 1420000000 रुपये दान कर दिया है. आइए इस खबर में उनके बारे में जानते हैं.
एम नाइक के नाम से लोकप्रिय, अनिल मणिभाई नाइक लार्सन एंड टुब्रो के मानद चेयरमैन हैं, जिसका वर्तमान में मार्केट कैप 459000 करोड़ रुपये से अधिक है. 1942 में गुजरात में जन्मे अनिल मणिभाई नाइक स्वतंत्रता सेनानी मणिभाई निचाभाई नाइक के पुत्र हैं, जिन्होंने ग्रामीण भारत में योगदान देने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी. अपने करियर की ऊंचाइयों पर पहुंचने के बाद अनिल मणिभाई नाइक ने भी यही रास्ता अपनाया.
मिल चुका है पद्म विभूषण
वह देश के सबसे बड़े दानवीरों में से एक भी हैं. साल 2016 में, उन्होंने अपनी पूरी आय का 75 प्रतिशत दान में देने का वचन दिया. साल 2022 में वह भारत के शीर्ष 10 दानदाताओं में शामिल थे. उन्होंने 142 करोड़ रुपये का दान दिया. टाइम्स नाउ के अनुसार, 31 मार्च, 2023 के लिए दायर कॉर्पोरेट शेयरहोल्डिंग के अनुसार, एएम नाइक के पास सार्वजनिक रूप से 171.3 करोड़ रुपये से अधिक की कुल संपत्ति के साथ 9 स्टॉक हैं. वह भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण के प्राप्तकर्ता भी हैं.
वह 1999 में कंपनी के सीईओ बने. जुलाई 2003 में वह समूह के अध्यक्ष बने. उनके अधीन कंपनी की कुल संपत्ति बढ़कर 870 करोड़ डॉलर हो गई. यह इस तथ्य के बावजूद है कि वह सबसे अधिक वेतन पाने वाले कॉर्पोरेट लोगों में से एक हैं. साल 2017-2018 में कंपनी ने उन्हें 137 करोड़ रुपये का भारी भरकम भुगतान किया. कंपनी ने उनकी छुट्टियों को 19 करोड़ रुपये से अधिक में भुनाया. साल 2016 में उनकी कुल संपत्ति 400 करोड़ रुपये आंकी गई थी.