बोर्ड: जागते रहो…स्ट्रांग रूम में क्वेश्चन पेपर आया है
जुबिली इंटर कॉलेज में कंट्रोल रूम बनाया गया है. जहां से सभी सेंटर वर्चुअली स्क्रीन पर नजर रखी जा रही है. मंगलवार को जुबिली कॉलेज से सभी सेंटर पर क्वेश्चन पेपर भेजने का काम आखिरी दौर में चलता रहा. सेंटर पर बनाए गए स्ट्रांग रूम जो सीसीटीवी कैमरे से लैस हैं. वहंा क्वेश्चन पेपर रखे जा रहे थे. पेपर रखने के बाद लापरवाही ना हो इसके लिए डीआईओएस डॉ. अमरकांत सिंह स्कूलों को सख्त इंस्ट्रक्शन भी दे रहे थे.
22 फरवरी से स्टार्ट हो रहे एग्जाम
हाईस्कूल और इंटर का बोर्ड एग्जाम 22 फरवरी से स्टार्ट हो रहा है. दसवीं और बारहवीं के एग्जाम 9 मार्च तक चलेंगे. फस्र्ट शिफ्ट में हाईस्कूल हिंदी, प्रारंभिक हिंदी और सेकेंड पाली में वाणिज्य का पेपर होगा. इसी तरह 22 फरवरी को ही इंटर के स्टूडेंट फस्र्ट शिफ्ट में सैन्य विज्ञान और सेकेंड शिफ्ट में हिंदी और सामान्य हिंदी का पेपर देंगे.
बदली हाईस्कूल की टाइमिंग
इस बार हाईस्कूल के स्टूडेंट यानी सुबह की शिफ्ट की टाइमिंग में बदलाव हुआ है. फस्र्ट पाली का एग्जाम सुबह 8:30 से स्टार्ट होकर 11:45 बजे तक चलेगा. जबकि इंटर यानी सेकेंड पाली के एग्जाम पुराने टाइमिंग 2 से 5:15 बजे तक चलेंगे.
सुरक्षा के बीच भेजा गया क्वेश्चन पेपर
इस बार क्वेश्चन पेपर शिक्षा विभाग की तरफ से स्कूलों को भेजे गए हैं. इसके लिए एक राजकीय स्कूल के प्रिंसिपल और सेंटर बने स्कूल के सहायक टीचर की ड्यूटी लगाई गई थी. दो सुरक्षा कर्मियों भी इनके साथ रहेंगे. यह टीम बस से क्वेश्चन पेपर को सेंटर में बने स्ट्रांग रूम में रखवा कर आ रही थी.
स्टैटिक मजिस्ट्रेट के पास स्ट्रांग रूम की चाभी
हर सेंटर पर केन्द्र व्यवस्थापक और अतिरिक्त केन्द्र व्यवस्थापक के साथ ही स्टैटिक मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई गई है. स्ट्रांग रूम की चाभी स्टैटिक मजिस्ट्रेट के पास होगी. वहीं अंदर अलमारी जिसमे क्वेश्चन पेपर रखे गए हैं, उसकी चाभी केन्द्र व्यवस्थापक और अतिरिक्त केन्द्र व्यवस्थापक के पास होगी. जब यह तीनों लोग मौजूद रहेंगे तभी क्वेश्चन पेपर अलमारी से बाहर आ सकेगा.
एग्जाम के बाद कापियां भेजी जाएंगी कोठार
जुबिली इंटर कॉलेज में हाईस्कूल और इंटर का अलग-अलग कोठार बना है. एग्जाम के बाद स्कूल आंसर सीट जुबिली इंटर कॉलेज स्थित कोठार में लाकर जमा करेंगे.
22 टीम 206 सेंटर की करेंगी निगरानी।
जुबिली इंटर कॉलेज में कंट्रोल रूम बनाया गया है. यहां 22 टीम बनाई गई है. एक टीम में 2 सदस्य हैं. एक टीम पर 10 स्कूल की ऑनलाइन निगरानी की जिम्मेदारी है. यह टीम किसी भी सेंटर में कैमरे बंद होने या कोई और अनुचित कार्य होता देख, उसका विरोध करेंगी. अधिकारियों को भी इसकी रिपोर्ट करेंगी.
एक रूम में दौ कैमरे
ये बता दें कि सेंटर के एक रूम में दौ कैमरे लगे हैं. उसमे एक कैमरे में वॉयस रिकॉर्डर भी लगा है, ताकि बात चीत भी सुनी जा सके.
फैक्ट फिगर
सेंटर – 206
कुल स्टूडेंट की संख्या – 1,37692 लाख
दसवीं में ब्वॉयज – 38149 हजार
दसवीं में गल्र्स – 36793 हजार
12 वीं में ब्वॉयज – 33346 हजार
12 वीं गल्र्स – 39404 हजार
सभी सेंटर का तीन बार भौतिक सत्यापन कर लिया गया है. एग्जाम के दौरान कोई कमी नहीं आएगी. मंगलवार को सेंटर के स्ट्रांग रूम में क्वेश्चन पेपर भी पहुंच गए हैं. स्ट्रांग रूम की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.