भारत के इस पड़ोसी मुल्क ने पुतिन को टेंशन में डाला! अपने नागरिकों के लिए उठाई ये मांग
यूक्रेन-रूस जंग अपने तीसरे साल में प्रवेश कर गई है, लेकिन ये युद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. हाल ही में भारतीय नागरिक मोहम्मद असफान की रूस के लिए लड़ते हुए मौत हो गई. कई भारतीयों के रूस में फंसे होने की खबर है, साथ ही पड़ोसी देश नेपाल के भी सैकड़ों नागरिक रूस की सेना के लिए काम कर रहे हैं.
एक दर्जन से ज्यादा नेपाली नागरिकों की मौत के बाद नेपाल के विदेश मंत्री ने अपने रूसी काउंटरपार्ट से बात की है.
नेपाल के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री नारायण काजी ने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से नेपालियों के शवों की जल्द से जल्द स्वदेश वापसी के लिए और मृतक परिवार के लिए को मुआवजा देने का अपील की है. इसके अलावा उन्होंने रूसी सेना में काम कर रहे नेपाली नागरिकों की वापसी के लिए मदद करने का भी आग्रह किया.
रूस से वापस आएंगे नेपाली नागरिक
विदेश मंत्री नारायण काजी ने सर्गेई लावरोव से बातचीत के बाद बयान में कहा कि दोनों देशों ने इस मामले पर एक साथ काम करने और नेपाली नागरिकों को जल्द से जल्द वापस लाने के लिए रूसी मंत्री लावरोव ने सहमति जाहिर की है. साथ ही बयान में कहा गया है कि रूसी विदेश मंत्री ने नई सरकार को बधाई दी और व्यापार पर्यटन, संस्कृति के साथ विभिन्न क्षेत्रों पर नेपाली पक्ष के साथ सहयोग करने की इच्छा भी जाहिर की.
विदेशी नागरिकों के सहारे लड़ रहा रूस
भारत से ही काम के नाम पर लोगों को ले जाकर रूसी सेना में भर्ती करने के कई मामले सामने आ चुके हैं. 6 मार्च को रूस में भारतीय मिशन ने मोहम्मद अफसान की रूसी सेना में काम करते हुए मौत होने की पुष्टि की थी. खबरों के मुताबिक रूसी सेना में करीब 20 भारतीय नागरिक फंसे हैं. भारत के साथ साथ ऐसी खबरें कई और देशों से आ चुकी हैं, जहा के नागरिकों का इस्तेमाल रूस यूक्रेन के खिलाफ जंग में कर रहा है.