शतक जड़ने वाले शुभमन गिल को पिता की खुलेआम डांट, बोले- उसका नंबर-3 पर खेलना पसंद नहीं, क्योंकि…
शुभमन गिल के पहले कोच और पिता लखविंदर ने कहा कि गेंदबाजों को फिर बाहर निकलकर खेलने से वह टेस्ट क्रिकेट में रन बना रहा है लेकिन उन्हें उसका तीसरे नंबर पर खेलने का फैसला पसंद नहीं है। इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के बाद शुभमन पर दबाव बढ गया था क्योंकि वह 12 पारियों में अर्धशतक नहीं बना सके थे और आक्रामक खेल नहीं दिखा पा रहे थे। उन्होने विशाखापत्तनम में दूसरे टेस्ट में शतक जमाकर आलोचकों का मुंह बंद किया।
शुभमन गिल के पिता ने बताया क्यों चाहते हैं बेटा ओपनिंग करे
सलामी बल्लेबाज से तीसरे नंबर पर उतरने के बाद यह उनकी पहली बड़ी पारी थी। उनके पिता ने कहा, ‘बाहर निकलकर खेलने से काफी फर्क पड़ा। वह ऐसा नहीं कर रहा था जिससे दबाव बन गया था। वह अंडर 16 दिनों से स्पिनरों और तेज गेंदबाजों को बाहर निकलकर खेलता आया है।’ उन्होंने कहा, ‘जब आप अपना स्वाभाविक खेल नहीं खेलते हैं तो दिक्कत होती है। पूरा खेल आत्मविश्वास का है। एक बार अच्छी पारी खेलने के बाद आप लय में आ जाते हैं। वह अंडर 16 दिनों से काफी रन बना रहा है।’
तीसर नंबर न तो ओपनिंग का है न तो मिडिल ऑर्डर का
मोहाली में घर पर होने पर शुभमन को ट्रेनिंग देने वाले लखविंदर ने कहा कि वह तीसरे नंबर पर उतरने के उसके फैसले से सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘उसे पारी का आगाज ही करना चाहिए। जब आप ड्रेसिंग रूम में लंबे समय तक बैठते हैं तो दबाव बढ़ता है। तीसरा नंबर ना तो पारी की शुरुआत का है और ना ही मध्यक्रम का। इसके अलावा उसका खेल ऐसा नहीं है। यह क्रम चेतेश्वर पुजारा के अनुकूल है जो रक्षात्मक खेलता है। ’
बोले- अब मैं उसके फैसले नहीं लेता
उन्होंने हालांकि कहा, ‘मैं उसके फैसलों में दखल नहीं देता। वह इतना बड़ा है कि अपने फैसले ले सकता है। जब वह टीनएजर था, तब मैं उसके फैसले लेता था।’ बता दें कि शुभमन गिल ने धर्मशाला मैच में जब शतक बनाया तो उनके पिता स्टैंड में मौजूद थे। उन्होंने फ्लाइंग किस देकर बेटे पर प्यार लुटाया। इससे पहले गिल ने खुद ही कहा था कि उनके पिता चाहते हैं कि वह बड़ी पारी खेलें। कई बार तो शतक बनाने के बावजूद उन्हें डांट पड़ती है।