गैंगस्टर से इश्क, कर्ज का दलदल और एक नाकाम प्लान… IAS की पत्नी के सुसाइड केस की कहानी पॉइंट टू पॉइंट

11 जुलाई 2024 की वो तारीख… जगह तमिलनाडु के मदुरई की एसएस कॉलोनी. यहां रहने वाले 50 वर्षीय राजकुमार और 45 वर्षीय मैथिली राजलक्ष्मी का 15 साल का बेटा रोजाना की तरह अपने स्कूल के लिए निकला. स्कूल कोचादाई इलाके में है. इसलिए वो ऑटोरिक्शा से ही स्कूल जाया करता था. लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी. 15 साल के इस किशोर का कुछ लोगों ने अपरहण कर लिया. साथ में ऑटोड्राइवर को भी उन्होंने किडनैप किया. फिर किडनैपर्स ने राजलक्ष्मी को फोन किया. 2 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी.
किडनैपर्स की बात सुनकर पहले तो राजलक्ष्मी को लगा कि शायद कोई उनसे मजाक कर रहा है. लेकिन उनकी टेंशन उस वक्त बढ़ गई जब उन्होंने स्कूल में फोन किया. पता लगा कि उनका बेटा तो स्कूल आया ही नहीं है. बस फिर क्या था. राजलक्ष्मी तुरंत पति के साथ मिलकर थाने पहुंची. उनके पास किडनैपर्स की कॉल रिकॉर्डिंग भी थी. पुलिस को उन्होंने कॉल रिकॉर्डिंग सुनाई. देखते ही देखते यह ऑडियो वायरल हो गया. उधर पुलिस भी अपनी इन्वेस्टिगेशन में जुट गई.
जैसे ही इस बात की भनक किडनैपर्स को लगी कि पुलिस उन्हें ढूंढ रही है, उन्होंने लड़के और ऑटोरिक्शा ड्राइवर को चेक्कनूरनी के पास छोड़ दिया. फिर वहां से रफूचक्कर हो गए. चंद घंटों में पुलिस ने लड़के और ऑटो ड्राइवर को सुरक्षित बरामद कर लिया. अब सवाल ये था कि आखिर किसने और क्यों बच्चे का अपहरण किया. किडनैप हुए लड़के, ऑटोरिक्शा ड्राइवर और राजलक्ष्मी से पूछताछ का दौर शुरू हुआ. तब राजलक्ष्मी ने तमिलनाडु के लोकल गैंगस्टर हाईकोर्ट महाराजा का नाम लिया. कहा कि मुझे थूथुकुडी निवासी हाईकोर्ट महाराजा (45) और उसकी शादीशुदा गर्लफ्रेंड सूर्या जे. (40) पर शक है. क्योंकि इन लोगों ने मुझसे कुछ रुपये कर्ज पर लिए हैं. लेकिन आधी रकम लौटाकर वे बाकी के पैसे लौटा नहीं पा रहे हैं.
पुलिस ने फिर अगले दिन, थेनी के 45 वर्षीय सेंथिलकुमार और उसके सहयोगियों – तेनकासी के 30 वर्षीय वीरमणि, 36 वर्षीय कालीराज और नेल्लई के 38 वर्षीय अब्दुल काधार को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में खुलासा हुआ कि इस किडनैपिंग के असली मास्टरमाइंड गैंगस्टर महाराजा और उसकी गर्लफ्रेंड सूर्या जे. हैं. सूर्या मूल रूप से तमिलनाडु की ही रहने वाली थीं. लेकिन 20 साल पहले उसकी शादी गुजरात कैडर के आईएएस ऑफिसर रंजीत कुमार से हुई थी.
गैंगस्टर से मोहब्बत
दोनों को दो बेटे भी हुए. परिवार वैसे ही हंसी खुशी जिंदगी बिता रहा था, जैसे कि एक आम परिवार बिताता है. लेकिन 9 महीने से कुछ समय पहले उसकी दोस्ती तमिलनाडु के गैंगस्टर महाराजा से हुई. बातचीत का सिलसिला कुछ यूं चला कि दिन हो या रात दोनों एक दूसरे से बात किए बिना रह नहीं पाते थे. यूं तो सूर्या अपने पति के साथ गांधीनगर में रहती थी. लेकिन महाराजा से दोस्ती के बाद उसका तमिलनाडु में आना-जाना कुछ ज्यादा ही हो गया. दोनों के बीच अफेयर भी जल्द ही शुरू हो गया. इस बात की भनक जब आईएएस रंजीत को पता लगी तो उन्होंने सूर्या सो समझाने की तमाम कोशिशें कीं. कहा कि तुम दो जवान बेटों की मां हो. ऐसे में इस तरह गैर मर्द के साथ अफेयर शोभा नहीं देता. ये गलत है. लेकिन सूर्या के सिर पर तो इश्क का बुखार इस कदर सवार था कि वो रंजीत की बात एक कान से सुनती और दूसरे से निकाल देती.
प्रेमी के पास आ गई आईएएस की बीवी
दंपति में अक्सर लड़ाइयां होने लगीं. आलम ये हुआ कि 9 महीने पहले सूर्या रंजीत और अपने दोनों बेटों को छोड़कर मदुरई अपने प्रेमी के पास आ गई. लेकिन यहां वो गलत थी. क्योंकि गैंगस्टर तो सिर्फ उससे प्यार का दिखावा कर रहा था. वो जानता था कि सूर्या के पास बहुत सी प्रॉपर्टी है. उसकी नजर सूर्या की प्रॉपर्टी पर थी. जब सूर्या अपने प्रेमी के पास आई तो दोनों ने एक सैलून खोलने की प्लानिंग की. इसके लिए उन्होंने फाइनेंसर मैथिली राजलक्ष्मी से 75 लाख का लोन लिया. वो भी भारी ब्याज पर. सूर्या ही लोन की सारी रकम चुकाती थी. इस बीच उसने फाइनेंसर को कुछ रुपयों का भुगतान भी कर दिया था.
कर्ज के दलदल में फंसती गई
लेकिन एक जगह से पैसे लेकर दूसरी जगह का लोन चुकाने के चक्कर में वह और ज्यादा कर्ज में फंसती गई. उसके और महाराजा के ऊपर कर्ज बहुत ज्यादा बढ़ गया. अब पैसा कहां से लाएं. दोनों के मन में यही सवाल था. जब लोन की रकम वो नहीं दे पाए तो उन्होंने इस बारे में राजलक्ष्मी से बात की. तब राजलक्ष्मी ने कहा- सूर्या तुम अपनी प्रॉपर्टी बेच दो. लेकिन मुझे मेरे पैसे वापस चाहिए. लेकिन सूर्या अपनी प्रॉपर्टी बेचना नहीं चाहती थी. इसलिए सूर्या और महाराजा ने फानेंसर के बेटे को किडनैप करने का प्लान बनाया. लेकिन उनका प्लान फेल हो गया और मदुरै पुलिस ने 11 जुलाई को मामले में 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया, जिसमें सूर्या का भी नाम शामिल था.
पति से माफी मांगने आई
कहीं जेल न हो जाए. इसलिए सूर्या 20 जुलाई को गांधीनगर पहुंची. वो अपने किए पर शर्मिंदा थी. पति से माफी मांगना चाहती थी. लेकिन रंजीत कुमार तो पहले से ही उससे तलाक लेने के मूड में आ गए थे, जब वो उन्हें छोड़कर चली गई थी. रंजीत तलाक के कागजों को बनाने के लिए शहर से बाहर गए थे. तब उनके आवास के सिक्योरिटी गार्ड ने फोन करके बताया कि सूर्या आई हुई है. रंजीत ने कहा- चाहे कुछ भी हो जाए. उसे घर में मत आने देना. इसलिए सिक्योरिटी वालों ने सूर्या को घर के अंदर नहीं आने दिया. तब सूर्या ने वहीं पर खड़े-खड़े जहर खा लिया. जब उसकी तबीयत बिगड़ने लगी तो खुद ही उसने एंबुलेंस को कॉल कर दिया. इसके बाद आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया. लेकिन वहां उसकी मौत हो गई.
पुलिस को मिला सुसाइड नोट
मौत के बाद गुजरात पुलिस को उसके पास से एक सुसाइड नोट मिला. इसे सूर्या ने तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के लिए लिखा था. उसने नोट में लिखा था कि उसे झूठे केस में फंसाया गया है. वो महाराजा के साथ बेशक रिलेशनशिप में थी. लेकिन उसे उसकी असलियत नहीं पता थी. वो नहीं जानती थी कि महाराजा एक हिस्ट्रीशीटर है और हत्या के कई मामलों में कई बार जेल भी जा चुका है. लेटर में आगे लिखा- मेरे पति रंजीत बहुत ही नेक इंसान हैं. मैं उनसे माफी मांगने आई थी. वो मेरे बच्चों का बहुत ही अच्छे से ख्याल रख रहे थे, वो भी तब जब मैं उन्हें छोड़कर चली गई थी.
मृतका की मां ने करवाई रिपोर्ट दर्ज
गुजरात पुलिस ने फिर इसकी सूचना तमिलनाडु पुलिस को दी. तमिलनाडु पुलिस ने बताया- यहां थाने में सूर्या की मां उमा ने भी एक रिपोर्ट दर्ज करवाई है. इसमें कहा है कि उनकी बेटी को झूठे केस में फंसाया गया है. उन्होंने फाइनेंसर मैथिली और दो अन्य के खिलाफ सूर्या को आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज करवाया है. फिलहाल इस पूरे केस की अभी भी जांच जारी है. पुलिस हर एंगल से मामले की तफ्तीश कर रही है. मामले में आईएएस रंजीत ने क्या कहा इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है.

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