इजरायल के बाद अब दोस्त रूस ने कर दिया बड़ा ऐलान, इस ज्वाइंट वेंचर से मालदीव और चीन दोनों हो जाएंगे परेशान
मालदीव विवाद में इजरायल ने जिस तरह से भारत का साथ दिया उसने दुनिया को हैरान कर दिया। इजरायल ने भारत से दोस्ती निभाते हुए मालदीव की धज्जिय़ां उड़ा दी। इजरायल ने दुनिया से कहा कि लक्षद्वीप घूमने जाइए। इजरायल ने तो यहां तक कह दिया कि लक्षद्वीप में निवेश करना चाहता है। लेकिन मालदीव विवाद के बीच भारत के एक और दोस्त रूस का भी बयान सुनने लायक है। रूस ने भारत का नाम लेकर जो कहा है वो मालदीव के रातों की नींद उड़ा सकता है। रूस ने भारत को एक बड़ा ऑफर दिया है। रूस भारत के साथ मिलकर एक एयरपोर्ट खरीदना चाहता है। ये एयरपोर्ट ऐसी जगह पर स्थित है जहां पर भारत, चीन और मालदीव दोनों को एक साथ शिकस्त दे सकता है।
भारत जल्द ही रूस के साथ मिलकर एक बेहद ही रणनीतिक एयरपोर्ट खरीद सकता है। ये एयरपोर्ट श्रीलंका के मटाला शहर में स्थित है। इस एयरपोर्ट को मटाला राजपक्षे इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नाम से जाना जाता है। सबसे दिलचस्प बात ये है कि ये एयरपोर्ट हंबनटोटा बंदरगाह से केवल 18 किलोमीटर दूर है। हंबनटोटा श्रीलंका का वो बंदरगाह है जिसपर चीन ने 99 साल तक के लिए कब्जा कर रखा है। यानी अगर भारत रूस के साथ मिलकर मटाला इंटरनेशनल एयरपोर्ट खरीद लेता है तो वो हंबनटोटा में बैठे चीन के बेहद करीब आ जाएगा। ये भारत की रणनीतिक और कूटनीतिक जीत होगी।
रिपोर्ट के मुताबिक श्रीलंका में रूस के राजदूत ने कहा है कि हम मटाला एयरपोर्ट को भारत के साथ मिलकर चला सकते हैं। आपको बता दें कि श्रीलंका का ये एयरपोर्ट फिलहाल बेकार पड़ा है। शुरुआत में तो कई इंटरनेशनल एयरलाइंस इस एयरपोर्ट में अपने विमान लेकर आई। लेकिन धीरे धीरे ये एयरपोर्ट बेकार हो गया। लेकिन रूस अब भारत के साथ एक ज्वाइंट वेंचर करना चाहता है और इस एयरपोर्ट को अब दोबारा चलाना चाहता है।