Atal Setu: अब समंदर पर बने भारत के सबसे लंबे पुल पर चलिए, इन गाड़ियों को परमिशन नहीं, स्पीड लिमिट क्या?
भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल बनकर तैयार हो चुका है. मुंबई से नवी मुंबई को जोड़ने वाले देश के सबसे बड़े समुद्री पुल का उद्घाटन होने वाला है और 22 किलोमीटर लंबे पुल से दक्षिण मुंबई से नवी मुंबई की दूरी तय करने में अब महज 20 मिनट समय लगेगा. मगर भारत के इस लंबे समुद्री पुल पर सभी गाड़ियां नहीं चल पाएंगी, क्योंकि कुछ गाड़ियों को इस पर चलने की अनुमति नहीं है. मुंबई पुलिस ने कहा कि मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) पर चार पहिया वाहनों के लिए अधिकतम गति सीमा 100 किमी प्रति घंटे होगी, जबकि मोटरबाइक, ऑटोरिक्शा और ट्रैक्टर को समुद्री पुल पर चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा है कि एमटीएचएल, जिसे पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर अटल सेतु के नाम से भी जाना जाता है, का उद्घाटन 12 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा. एक अधिकारी के मुताबिक, इस मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक पर कार, टैक्सी, हल्के मोटर वाहन, मिनीबस और टू-एक्सल बसों जैसे वाहनों की गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. उन्होंने कहा कि पुल की चढ़ाई और उतरने के वक्त गाड़ियों की गति सीमा 40 किमी प्रति घंटे तक सीमित रहेगी.
क्यों लिया गया यह फैसला?
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा कि मुंबई पुलिस ने जनता को किसी तरह की परेशानी न हो और संभावित खतरे व रुकावटों को रोकने के लिए भारत के सबसे लंबे समुद्री पुल पर गति सीमा लगा दी है. ₹18,000 करोड़ की लागत से बनी मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक यानी यह पुल मुंबई के सेवरी से शुरू होती है और रायगढ़ जिले के उरण तालुका के न्हावा शेवा में समाप्त होती है.
किन गाड़ियों को नहीं मिलेगी एंट्री
अधिकारी के मुताबिक, मुंबई की ओर जाने वाले मल्टी-एक्सल भारी वाहनों, ट्रकों और बसों को ईस्टर्न फ्रीवे पर प्रवेश नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि इन वाहनों को आगे की आवाजाही के लिए मुंबई पोर्ट-सिवड़ी निकास (निकास 1 सी) का उपयोग करना होगा और ‘गाडी अड्डा’ के पास एमबीपीटी रोड लेना होगा. उन्होंने कहा कि मोटरसाइकिल, मोपेड, तिपहिया वाहन, ऑटो, ट्रैक्टर, जानवरों द्वारा खींचे जाने वाले वाहन और धीमी गति से चलने वाले वाहनों के लिए कोई प्रवेश नहीं होगा. बता दें कि एमटीएचएल एक 6-लेन समुद्री लिंक है, जिसका विस्तार समुद्र पर 16.50 किलोमीटर और भूमि पर 5.5 किलोमीटर है. इसके उद्घाटन के बाद से मुंबई और नवी मुंबई के बीच की दूरी केवल 20 मिनट में तय हो सकेगी, जो कि अब तक 2 घंटे लगते हैं.