Awake Brain Tumor Surgery: एम्स के डॉक्टरों का कमाल! बिना बेहोश किए 5 साल की बच्ची के सिर से निकाला ट्यूमर, जानें क्या है अवेक ब्रेन सर्जरी?
एम्स दिल्ली के डॉक्टरों ने एक बार फिर चमत्कार कर दिखाया है. जी हां, यहां के डॉक्टरों ने पांच साल की एक बच्ची के ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी उसे होश में रखते हुए की है. चिकित्सकीय भाषा में इसे अवेक क्रेनियोटोमी कहा जाता है.
दावा है कि अक्षिता नाम की यह लड़की इस तरह से ब्रेन ट्यूमर के सफल ऑपरेशन से गुजरने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र की मरीज है. बच्ची अब पूरी तरह से ठीक है और सोमवार को उसे घर भेज दिया जाएगा. आइए जानते है क्या अवेक क्रेनियोटोमी और कैसे डॉक्टरों ने बच्ची का सफल सर्जरी की?
क्या है अवेक क्रेनियोटोमी?
दरअसल जब किसी को ब्रेन के मोटार एरिया में ट्यूमर होता है, यह एरिया स्पीच को प्रभावित करता है. तो सर्जरी से उसका उपचार किया जाता है. सर्जरी के दौरान अगर मरीज बातचीत करता रहता है तो पता चलता रहता है कि ट्यूमर निकालने का असर कहीं स्पीच एरिया पर तो नहीं हो रहा है. लेकिन यदि मरीज बात करना बंद कर देता है तो डॉक्टर समझ जाते हैं कि कोई दिक्कत हो रही है. ऐसे में सर्जरी को फौरन बंद करके उसकी जांच की जाती है. जांच में सब कुछ सही आने पर सर्जरी को दोबारा से शुरू किया जाता है. इससे सर्जरी सक्सेसफुल होती है.
कैसे होती है अवेक क्रेनियोटोमी?
ऑपरेशन थिएटर में आने के बाद सबसे पहले मरीज को हल्की नींद की दवा दी जाती है. उस दौरान मरीज को पूरी तरह से बेहोश नहीं किया जाता है. इसके बाद सिर की दोनों तरफ की 6-6 नसों में कुल 12 जगहों पर स्कल्प ब्लॉक में इंजेक्शन देते हैं. इससे बाहर की स्किन सुन्न हो जाती है. फिर ब्रेन को खोला जाता है, और ट्यूमर दिखने लगता है. जिसके बाद बेहोशी की दवा बंद कर दी जाती है. तब मरीज होश में आता है. ब्रेन सेंसिटिव नहीं होता है यानी ब्रेन को दर्द नहीं होता है, इसलिए मरीज को होश में रखते हुए सर्जरी की जाती है.