BAN vs SL: बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में गिरकर संभला श्रीलंका, 57 रन पर 5 विकेट के बाद कप्तान और 7वें नंबर के खिलाड़ी ने ठोका शतक

श्रीलंका के 32 साल के कप्तान और अपना दूसरा ही टेस्ट मैच खेल रहे 7वें नंबर के खिलाड़ी ने बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में शतक लगाकर बता दिया कि क्रिकेट में कुछ भी असंभव नहीं. बस जरूरत है जुझारूपन दिखाने की, जो कि इन दोनों ने खूब दिखाया. हम बात कर रहे हैं श्रीलंकाई कप्तान धनंजय डि सिल्वा और कामिंदु मेंडिस की, जिनके बीच मुश्किल घड़ी में 202 रन की पार्टनरशिप हुई और मैच पर बांग्लादेश की मजबूत हुई पकड़ ढीली पड़ गई.

बांग्लादेश ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट में टॉस जीता और पहले श्रीलंका को बल्लेबाजी के लिए उतारा. उसका ये फैसला रंग भी लाया जब सिर्फ 3 रन पर उसने श्रीलंका की ओपनिंग जोड़ी तोड़ दी. इसके बाद सिर्फ 17 रन के भीतर श्रीलंका को 4 और झटके देकर बांग्लादेश मैच का पूरा नक्शा ही अपनी ओर मोड़ता दिखा. लेकिन, यही तो क्रिकेट का मजा है. कभी-कभार जब लगता है कि सब खत्म हो चुका है, तभी कुछ ऐसा होता है जैसा होने की उम्मीद शायद ही कोई करता है.

कप्तान और 7वें नंबर के खिलाड़ी ने जड़ा शतक

विपरीत हालातों में श्रीलंका का ऑलराउंडर कप्तान क्रीज पर अकेला अड़ गया और बांग्लादेशी गेंदबाजों से लोहा लेने लगा. अपने कप्तान को ऐसा करते देख 7वें नंबर पर उतरे कामिंदु मेंडिस ने भी हथियार डालने के बजाए क्रीज पर अपने पांव जमा दिए. मानों ये सोचकर आए हों कि खुद की प्रतिभा को साबित करने का यही सही मौका है.

छठे विकेट के लिए श्रीलंका ने जोड़े 202 रन

कप्तान धनंजय डि सिल्वा और कामिंदु मेंडिस के बीच छठे विकेट के लिए 202 रन की साझेदारी हुई. धनंजय डि सिल्वा ने 131 गेंदों का सामना कर 102 रन बनाए. वहीं, कामिंदु मेंडिस ने भी 102 रन, 127 गेंदों पर जड़े. ये कामिंदु के टेस्ट करियर का पहला शतक, जो कि सिर्फ उनकी दूसरी पारी में आया. वहीं धनंजय डि सिल्वा ने अपने टेस्ट करियर का 11वां शतक जड़ा.

पहली पारी में श्रीलंका का स्कोर- 57/5 से 280/10

कमाल की बात ये है कि श्रीलंका के इन दो शतकवीरों को जिस खिलाड़ी ने आउट किया वो अपना पहला ही टेस्ट मैच खेल रहे यानी कि बांग्लादेश की ओर से टेस्ट डेब्यू करने वाला नाहिद राणा रहे. नाहिद ने अपने बैक टू बैक दो ओवरों में पहले कामिंदु मेंडिंस और फिर धनंजय डि सिल्वा को आउट किया. इस तरह श्रीलंका की टीम जो एक वक्त 57 रन पर 5 विकेट थी उसके अब 7 विकेट पर 267 रन थे. मतलब वो मैच पर बांग्लादेश की पकड़ को ढीली करते हुए वापसी कर चुका था. हालांकि, फिर भी श्रीलंका 300 के स्कोर को नहीं छू सकी क्योंकि उसके नीचे के 3 बल्लेबाजों ने मिलकर बस 13 रन ही जोड़े. यानी 280 रन पर श्रीलंका की टीम पहली पारी में ऑल आउट हो गई.

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