झारखंड की चम्पाई सोरेन सरकार को बड़ी राहत, इस विधायक ने किया सशर्त समर्थन का ऐलान!

झारखंड में चम्पाई सोरेन (Champai Soren) सरकार को बड़ी राहत मिली है. विधानसभा में 5 फरवरी को होने वाले विश्वासमत से पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के विधायक लोबिन हेम्ब्रम ( Lobin Hembrom) ने सोरेन को समर्थन देने की बात कही है.

हेम्ब्रम ने 4 फरवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी. हालांकि हेम्ब्रम ने इसके लिए सरकार के सामने कुछ शर्तें भी रख दी हैं. इंडिया टुडे से जुड़े सत्यजीत कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड मुक्ति मोर्चा प्रमुख शिबू सोरेन के साथ चर्चा के बाद हेम्ब्रम ने चम्पाई को समर्थन का ऐलान किया है.

लोबिन हेम्ब्रम की मांग

लोबिन हेम्ब्रम ने शराब की बिक्री बंद करने और वनों की सुरक्षा समेत कई मांगें चम्पाई के सामने रख दी हैं. इसके अलावा उन्होंने छोटा नागपुर टेनेंसी (CNT) अधिनियम और संथाल परगना टेनेंसी (SPT) अधिनियम को सख्ती से लागू करने का आह्वान किया. हेम्ब्रम ने आगे भूमि अधिग्रहण और विस्थापन से प्रभावित लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक पुनर्वास आयोग की स्थापना की भी मांग की है. साथ ही आदिवासी-मूलवासी की जमीन की खरीद-बिक्री मामलों के लिए स्पेशल कोर्ट बनाने की भी मांग की है.

हेम्ब्रम ने साफ कर दिया है कि अगर ये शर्तें पूरी नहीं हुईं तो वह अपना विरोध जारी रखेंगे. हेम्ब्रम साहिबगंज जिले के बोरियो विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. वो विधानसभा में भी लगातार सरकार के खिलाफ बोलते रहे हैं. पिछले साल वो तीर-धनुष वाले बॉडीगार्ड रखने के कारण चर्चा में आए थे. हेम्ब्रम ने इसके लिए माइनिंग माफिया से अपनी जान के खतरे और सरकार की तरफ से बॉडीगार्ड ना दिए जाने का हवाला दिया था.

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झारखंड की राजनीति की बात करें तो 31 जनवरी को हेमंत सोरेन ने कथित जमीन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की लंबी पूछताछ के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद अगले विधायक दल के नेता के तौर पर चम्पाई सोरेन का नाम सामने आया. JMM के विधायकों और अन्य नेताओं ने 67 साल के चम्पाई के नाम पर सहमति दे दी. उन्होंने 2 फरवरी को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. चम्पाई सोरेन सरायकेला से विधायक हैं. वो झारखंड मुक्ति मोर्चा के उपाध्यक्ष भी हैं और शिबू सोरेन के करीबी माने जाते हैं.

किसके पास कितनी सीटें?

राज्य में जेएमएम के नेतृत्व वाली महागठबंधन की सरकार है. जेएमएम के साथ गठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस और सीपीआई(माले) है. झारखंड विधानसभा में कुल 81 सीटें हैं. जेएमएम के अब तक कुल 29 विधायक हैं. वहीं कांग्रेस के 17 और आरजेडी, सीपीआई(माले) के 1-1 विधायक हैं. जबकि बीजेपी के 26, AJSU के तीन और एनसीपी के एक विधायक हैं. दो निर्दलीय सदस्य भी हैं.

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