पंजाब में झाडू को मिला हाथ का साथ, मेयर चुनाव एक साथ लड़ेगी आप-कांग्रेस
देशभर में चुनावी बयार बहने लगी है. साल 2024 शुरू हुआ है और इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले सभी पार्टियां अपने-अपने चुनावी समीकरण बैठाने में लग गई हैं. लेकिन, विपक्षी गठबंधन इंडिया के लिए बात पूरी तरह से बनी नहीं है, क्योंकि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में सीट शेयरिंग को लेकर मामला फिट नहीं हो रहा. लेकिन पंजाब से जो खबर आई है उससे लगता है कि अब रास्ता साफ हो सकता है.
चंडीगढ़ मेयर चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने गठबंधन कर लिया है. सोमवार को आप और कांग्रेस के नेता और उम्मीदवार नामांकन वापस लेने के लिए नगर निगम पहुंचे. दोनों पार्टियों में इस बात की सहमती बन गई कि मेयर का पद आम आदमी पार्टी के पास रहेगा और सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का पद कांग्रेस के खाते में जाएगा. वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन बंसल ने इस बारे में घोषणा की और बताया कि दोनों पार्टियां एक साथ मेयर पद का चुनाव लड़ेंगी.
साथ लड़ेंगे मेयर चुनाव
कांग्रेस नेता पवन बंसल ने कहा कि हम चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर आम सहमति तक पहुंचने में कामयाब रहे हैं. आम आदमी पार्टी के पास यहां ज्यादा विधायक हैं और इसलिए, हमने उन्हें मेयर पद पर चुनाव लड़ने देने का फैसला किया है. आने वाले लोकसभा चुनावों में सीट शेयरिंग को लेकर उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ ने आप और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे पर भविष्य की बातचीत के लिए एक खाका तैयार कर लिया है.
क्या है चंडीगढ़ मेयर चुनाव का गणित
35 पार्षदों के सदन में आम आदमी पार्टी के पास 13 पार्षद थे, जबकि कांग्रेस के पास 7 पार्षद थे. INDIA गठबंधन के तहत दोनों पार्टियों साथ आ गईं हैं जिससे पार्षदों की संख्या 20 हो गई है. वहीं बीजेपी के पास कुल 14 पार्षद और 1 सांसद का वोट है. जबकि 1 वोट शिरोमणि अकाली दल के पार्षद का है जोकि अधिकतर वोटिंग के वक्त नदारद ही रहते हैं. माना जा रहा है कि दोनों पार्टियों के साथ आने से आसानी से गठबंधन की जीत हो सकती है.
18 जनवरी को मेयर के महत्वपूर्ण चुनाव होने वाले हैं. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के INDIA गठबंधन के तहत एक साथ आ जाने से पंजाब में भी सीटों के बंटवारे को लेकर बात पॉजिटिव तरीके से आगे बढ़ सकती है और बीजेपी जोकि पिछले आठ सालों से चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर पद पर काबिज है उनके लिए ये हार एक बड़ा झटका साबित हो सकती है.