साइबर फ्रॉड में अब AI का इस्तेमाल, जामताड़ा के अपराधी ऐसे लगा रहे लाखों का चूना

क्या आपको आपके किसी रिश्तेदार का दूसरे नंबर से फोन आया और किसी तरह की इमरजेंसी दिखाकर आपसे पैसे मांगे? तो थोड़ा सावधान हो जाइए. जामताड़ा के साइबर ठग अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा ले रहें है. सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए आपके वीडियो से आपकी आवाज उठा ली जाती है या फिर आपको फोन करके आपसे चंद मिनट बातें की जाती है. ठगी का काम यहीं से शुरू हो जाता है.

जानकार बताते हैं कि, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले धोखेबाज डीपफेक का इस्तेमाल करके वीडियो कॉल करते हैं और किसी परिचित का चेहरा और उसका वॉइस लगाकर ठगी को अंजाम देते हैं. इस तरह का केस सबसे पहले केरल में देखा गया था, जो कि अब कई दक्षिणी राज्यों में फैल चुका है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एआई के इस्तेमाल से धोखेबाज आपकी पत्नी, बच्चे, रिश्तेदार का वॉइस लेते हैं और फिर एआई की मदद से चेहरा और वॉइस बदलकर कॉल करते हैं और फिर बड़ी चालाकी से ठगी को अंजाम देते हैं.

तीन सेकेंड की वॉइस क्लिप और हो जाता है बड़ा स्कैम

आपकी आवाज को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर में डालकर ऑडियो क्लिप बनाया जाता है. आपकी आवाज को क्लोन करने के लिए मात्र आपकी 3 सेकंड की वॉयस सैंपल चाहिए. इसके बाद किसी दूसरे नंबर से आपके परिचित को फोन करके पैसे की मांग की जाती है. कई मामलों में किडनैप होने की बात कह कर धमकी भी दी गई है. दूसरे व्यक्ति का अकाउंट खाली कर लिया गया है.

दिल्ली, कर्नाटक से लेकर उत्तर प्रदेश तक में आए केस

वॉइस क्लोन करने के लिए इंटरनेट पर बहुत सारे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऐप्स उपलब्ध है. Cover. AI, Vocify. AI, voiceflip. AI जैसे ऐप्स स्कैमर्स को नया तरीका दे रहे हैं. दिल्ली, तेलंगाना, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के शहरों में कई मामले सामने आए हैं. तेजी से बढ़ती टेक्नोलॉजी के साथ हैकर्स अब हाईटेक हो चले हैं. आपकी समझदारी और होशियारी ही आपको ठगे जाने से बचा सकती है.

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