CM मोहन यादव की उद्योगपतियों के साथ राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस, कई मुद्दों पर चर्चा

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हाल ही में उद्योगपतियों के साथ एक राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में प्रदेश की औद्योगिक संभावनाओं पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में उद्योग स्थापित करने के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं और प्रदेश में निवेश करने के लिए उद्योगपतियों का स्वागत है. उन्होंने आश्वासन दिया कि उद्योग लगाने में उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी.
सीएम मोहन ने स्टार्टअप प्रतिनिधियों से बात करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य प्रदेश के युवाओं का भविष्य उज्ज्वल बनाना है. स्टार्टअप्स प्रदेश की बौद्धिक संपदा और क्षमता को बढ़ाने में मददगार साबित होंगे. इस चर्चा में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, वन मंत्री रामनिवास रावत, और नवीनीकरण ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला भी शामिल हुए.
स्टार्टअप्स को मिल रहा सहयोग
मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार स्टार्टअप्स को भरपूर सहयोग दे रही है. उन्होंने आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं लाने की बात की और बताया कि प्रदेश में वर्तमान में 5 सरकारी आयुर्वेद संस्थान हैं. इन संस्थानों की संख्या बढ़ाकर 13 करने का संकल्प लिया गया है. सीएम ने आगे कहा कि वनांचल बेल्ट, जो औषधियों से भरपूर है उसे प्रोत्साहित करने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और वनवासियों की बौद्धिक संपदा को भी सम्मान मिलेगा.
फुटवियर उद्योग पर भी चर्चा
सीएम यादव ने लेदर और फुटवियर उद्योग के उद्यमियों से भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि हमें सिंथेटिक लेदर को बढ़ावा देना होगा और ग्वालियर एवं मुरैना में रोजगारपरक लेदर इंडस्ट्रीज को विकसित किया जाएगा. उन्होंने कई औद्योगिक पार्कों के निर्माण की भी जानकारी दी और उद्योगपतियों को उनमें निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया.
कॉन्फ्रेंस में ISDM (इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन एंड मैन्यूफैक्चरिंग) उद्योगों को बढ़ावा देने पर भी चर्चा हुई. डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में इंटीग्रेटेड सर्किट और सेमीकंडक्टर उद्योगों के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं. ग्वालियर का दिल्ली के निकट होना इस उद्योग के विकास में सहायक सिद्ध होगा.
क्या था कॉन्फ्रेंस का मुख्य उद्देश्य?
कॉन्फ्रेंस का मुख्य उद्देश्य ग्वालियर को एक उभरते स्टार्टअप हब के रूप में स्थापित करना, आपसी सहयोग को बढ़ावा देना, चुनौतियों और अवसरों की पहचान करना, और निवेश की रुचि उत्पन्न करना था. प्रमुख सचिव संजय दुबे और राघवेंद्र कुमार सिंह ने भी इस बैठक में भाग लिया. दुबे ने कहा कि पीसीबी मैन्यूफैक्चरिंग उद्योगों को बढ़ावा मिलने से अन्य उद्योगों को भी लाभ होगा और सरकार उद्यमियों को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है.

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