हर महिला के दिमाग में पैड बदलने को रहता है पीरियड्स में कन्फ्यूजन..! तो चलिए आपके इस कंफ्यूजन को करते है दूर.

पीरियड जैसी समस्या के लिए हर महिला लड़की को एक ना एक दिन गुजर ना होता है। पीरियड का प्रोसेस लंबा प्रोसेस होता है। पीरियड का समय हर लड़की और महिला के लिए बहुत कठिन समय होता है। इस दौरान इन सभी महिलाओं को बहुत परेशानी उठानी पड़ती है। पीरियड के दिनों में हेवी फ्लो दर्द लेकर जैसी समस्या भी बनी रहती है। इसी वजह से हाइजीन का भी बहुत ध्यान रखना पड़ता है।

पीरियड के दिनों में अगर आप थोड़ी भी लापरवाही करते हैं तो शायद आप इंफेक्शन की चपेट में आ सकते हैं पीरियड के दिनों में खास ख्याल रखना पड़ता है समय-समय पर पैड को कैसे बदलना है। बहुत सी महिला तो ब्लड के फ्लो के हिसाब से अपने पैड चेंज करती हैं। वहीं दूसरी तरफ महिलाएं कई घंटों तक एक ही पैड को लगाकर रखते हैं। 

बहुत सी महिला तो इस बात को लेकर ही कंफ्यूज रहती है कि उनको दूसरा पेड़ कब चेंज करना चाहिए। सभी महिलाओं की एक समस्या को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको बताएंगे कि पैड को चेंज करने का सही समय क्या होता है और कितने घंटे के दौरान पैड को बदलते रहना चाहिए।

किस समय बदलना सही होगा पैड

एक्सपर्ट के अनुसार सभी महिलाओं को पीरियड के दौरान हाइजीन का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। नहीं तो इंफेक्शन का खतरा हमेशा बना रहता है। एक्सपर्ट का मानना है कि महिला को 4 से 5 घंटे के बीच में पेड़ को चेंज करना बहुत जरूरी होता है। अगर हेवी ब्लीडिंग नहीं हो रही है तो आप 6 घंटे में भी पैड चेंज कर सकते हैं। अधिक समय तक पैड़ को आप प्रयोग में ले रहे हैं तो वह आपकी स्किन को इरिटेट भी कर सकता है। 

आपके स्किन में फंगस और बैक्टीरिया इन्फेक्शन का कारण भी बन सकता है। इसीलिए पैड को एक टाइम के बाद में बदलना जरूरी होता है।पीरियड के समय में शरीर से जो ब्लड बाहर निकलता है। वह खराब ब्लड होता है। हेवी ब्लीडिंग के दौरान आपको पैड चेंज नहीं करना चाहिए। जब ब्लड का फ्लो कम हो तब पैड को चेंज करें। लंबे समय तक एक ही पैड़ का इस्तेमाल करना इन्फेक्शन का कारण बन सकता है।

पैड नहीं चेंज करने से हो सकती है यह समस्या

अगर आप लंबे समय तक एक ही पैड़ को काम में ले रहे हैं तो इससे आपकी वेजाइना में खुजली, रैशेज पर आपकी स्किन के छीलने की समस्या बन सकती है। वही आपके यूटीआई का जोखिम भी बन सकता है। आपकी वेजाइना से बदबू भी आ सकती है।एक्सपर्ट के अनुसार बहुत तरह के मामले ऐसे देख रहे हैं जहां पैड बदलना सर्वाइकल कैंसर का कारण भी बन सकता है। वेजाइना अधिक समय तक गीली होने से बैक्टीरिया वेजाइना में जाकर इंफेक्शन पैदा कर देते हैं।

ये तरीका चुनना हो सकता है गलत

पीरियड के दिनों में जब ज्यादा ब्लीडिंग होने लगती है तो बहुत सी महिलाएं ऐसी होती है जिनको एक नहीं बल्कि दो-दो सेनेटरी पैड इस्तेमाल करने पड़ते हैं यह तरीका आपकी हेवी ब्लीडिंग से बचाने में आपकी पूरी मदद कर सकता है लेकिन एक सही और हेल्दी ऑप्शन यह नहीं होता है सेनेटरी का इस्तेमाल करने से इस बात की संभावना कम हो जाती है कि आप बार-बार पैड को ना बदले। इसलिए वेजाइना इंफेक्शन और रेसेज की समस्या का खतरा भी बना रहता है।

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