Covid-19: दुनिया को पता चलने से पहले चीन ने कोविड वायरस की मैपिंग की, रिपोर्ट में बड़ा दावा
साल 2019 में कोविड अनुक्रम अपलोड करने वाले चीनी वैज्ञानिक ने अधिक तकनीकी विवरण के लिए अमेरिका के अनुरोध का कभी जवाब नहीं दिया। जिसको लेकर अब द वॉल स्ट्रीट जर्नल द्वारा एक्सेस किए गए अमेरिकी कांग्रेस की जांच से संबंधित दस्तावेजों से पता चला है कि चीनी शोधकर्ताओं ने दिसंबर 2019 में बीजिंग द्वारा इसे दुनिया के सामने प्रकट करने से कम से कम दो सप्ताह पहले कोविड -19 वायरस की मैपिंग की थी।
जारी दस्तावेजों में कहा गया है कि, चीनी शोधकर्ताओं ने 28 दिसंबर, 2019 को अमेरिकी सरकार द्वारा संचालित डेटाबेस में SARS-CoV-2 वायरस का लगभग पूरा अनुक्रम अपलोड किया। हालांकि, 2020 में चीनी अधिकारियों ने 11 जनवरी को ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के साथ डेटा शेयर किया है।
अमेरिकी कांग्रेस की जांच में खुलासा
बता दें कि, नया घातक वायरस तक चीन की पहुंच के स्तर और आने वाले महीनों में लाखों लोगों की मौत का कारण बनने वाले प्रकोप को किस हद तक नियंत्रित किया जा सकता था, इसके बारे में सवाल उठता है। अगर दुनिया को इसके बारे में सिर्फ दो हफ्ते पहले ही पता चल जाता है। अपनी सरकार के प्रशासनिक कदम का बचाव करते हुए, चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने यूएस डेली को बताया कि उनकी कोविड प्रतिक्रिया नीतियां “विज्ञान-आधारित, प्रभावी और चीन की राष्ट्रीय वास्तविकताओं के अनुरूप थीं।” अधिकारी ने कहा, “चीन ने विज्ञान के आधार पर हमारी कोविड प्रतिक्रिया को और अधिक लक्षित बनाने के लिए इसे परिष्कृत करना जारी रखा है।”