पंजाब के खिलाफ DRS को लेकर ‘बेईमानी’ करते दिखे थे डेविड और पोलार्ड, अब BCCI ने लगाया भारी जुर्माना
आईपीएल ने एक बयान में कहा, ‘डेविड और पोलार्ड ने आईपीएल की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.20 के तहत लेवल एक का अपराध किया है। डेविड और पोलार्ड पर मैच फीस का 20-20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। दोनों ने अपराध स्वीकार कर लिया है और मैच रेफरी द्वारा लगाए गए जुर्माने को स्वीकार कर लिया है। आचार संहिता के लेवल एक के उल्लंघन के लिए, मैच रेफरी का निर्णय अंतिम और बाध्यकारी है।
फोटो क्रेडिट: IPL/BCCI
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, मुंबई इंडियंस की पंजाब किंग्स पर नौ रन से जीत के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में हार्दिक पांड्या की टीम पर ‘डीआरएस में चीटिंग’ करने का आरोप लगा था। वीडियो में मुंबई के खिलाड़ी टिम डेविड को डगआउट से डिसीजन रिव्यू सिस्टम (डीआरएस) लेने के लिए इशारा करते देखा गया, लेकिन उन्हें जल्द ही समझ आया कि वह स्क्रीन पर हैं। ऐसे में डेविड हाथ छुपाते दिखे। इसके बाद मैदान पर मौजूद बल्लेबाज डीआरएस की मांग करता दिखा। MI की पारी के 15वें ओवर में अर्शदीप सिंह ने सूर्यकुमार यादव को ऑफ स्टंप के बाहर फुल लेंथ की गेंद फेंकी। गेंद सूर्या की पहुंच से काफी दूर था। हालांकि, अंपायर इसे वाइड करार नहीं देते हैं।
सूर्यकुमार तब 47 गेंदों पर 67 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे और ऑनफील्ड अंपायर ने इसे लीगल डिलीवरी माना। इसके बाद बड़ी स्क्रीन पर डेविड और पोलार्ड को डीआरएस लेने के लिए इशारा करते दिखाया जाता है। वहीं, बाउचर क्रीज पर मौजूद बल्लेबाजों को वाइड का इशारा करते दिखते हैं। इसके बाद करन अंपायर को दिखाने की कोशिश करते हैं कि डग आउट की ओर से इशारा किया जा रहा है, लेकिन अंपायर उनकी बातों को अनसुना कर देता है। डेविड और पोलार्ड को दाएं हाथ के बल्लेबाज से रिव्यू लेने का आग्रह करते हुए देखा गया, जो नियमों के अनुसार अवैध है। डेविड को डीआरएस के लिए इशारा करते देख स्ट्राइक पर मौजूद सूर्या अंपायर से डीआरएस की मांग करते हैं और अंपायर वाइड के लिए डीआरएस लेते हैं। हालांकि, मुंबई की टीम पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
करन की शिकायत के बावजूद डीआरएस लिया गया और रिव्यू के बाद थर्ड अंपायर ने इसे वाइड करार दिया। अंपायर के इस फैसले ने फैंस को निराश किया और वह इस सीजन अंपायरिंग के स्तर पर सवाल खड़े कर रहे हैं। कुछ पूर्व क्रिकेटर भी पिच पर इस तरह की संदिग्ध हरकतों से नाराज दिखे। कमेंटेटर मुरली कार्तिक ने कहा- क्या वाकई ऐसा हो रहा है? सूर्या पहले से ही ऑफ स्टंप के बाहर खड़े थे।यहां तक कि ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर टॉम मूडी ने भी सोशल मीडिया पर अंपायरिंग के स्तर पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘समय आ गया है कि हम स्पेशलिस्ट तीसरे अंपायर को रखने पर विचार करें जिससे कई फैसले संदिग्ध न हों। कुछ अंपायर मैदान पर बेहतर तरीके से फैसला देते हैं। तीसरे अंपायर को अनुभव और एक अच्छे स्किल की आवश्यकता होती है।