टाटा ग्रुप के ‘कमाऊ स्टॉक’ में गिरावट, ₹70 के डिविडेंड से भी खुश नहीं निवेशक
नई दिल्ली. टाटा ग्रुप की एक नामी कंपनी के शेयरों में आज बड़ी गिरावट देखने को मिली. हैरानी की बात है कि इस कंपनी ने अपने निवेशकों को 70 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने का ऐलान किया फिर भी शेयर स्टॉक एक दिन में 5 फीसदी तक टूट गया.
दरअसल यह गिरावट कंपनी के Q4 नतीजों के कारण हुई. कंपनी को पिछली तिमाही की तुलना में शुद्ध लाभ में 4.6% की गिरावट हुई है. पिछले कुछ वर्षों में टाटा एलेक्सी के शेयरों ने शेयरधारकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है. खासकर, कोरोना काल में हुई गिरावट के बाद तो यह शेयर जबरदस्त तरीके से भागा.
टाटा एलेक्सी के शेयरों में आई इस गिरावट पर एनालिस्टों ने अपनी राय रखी और बताया कि आने वाले महीनों में इस शेयर की चाल कैसी रह सकती है.
बुरे रिजल्ट से बुरी तरह गिरे शेयर
चौथी तिमाही के रिजल्ट आने के बाद टाटा एलेक्सी के शेयर सुबह गिरावट के साथ 7034 रुपये के स्तर पर खुले और 7000 रुपये पर लो बनाया. मंगलवार को टाटा एलेक्सी के शेयर 7395 रुपये के स्तर पर बंद हुए थे. इंट्रा डे के दौरान कंपनी के शेयरों में 5 फीसदी तक गिरावट देखने को मिली.
टाटा एलेक्सी के शेयरों ने 10 साल में निवेशकों की जबरदस्त कमाई कराई. 2014 में इस शेयर की कीमत 200 रुपये थी जो बढ़कर 10760 रुपये तक पहुंच गई. अगस्त 2022 में शेयर ने यह रिकॉर्ड स्तर छुआ था. हालांकि, तब से शेयर में करेक्शन जारी है. यह स्टॉक अपने उच्चतम स्तर से काफी नीचे कारोबार कर रहा है.
क्या कहते हैं एक्सर्ट्स
टाटा एलेक्सी के तिमाही रिजल्ट के बाद मार्केट एक्सपर्ट्स ने कहा कि निकट अवधि में आय में सीमित सुधार की उम्मीदों के कारण आईटी कंपनियों के प्रति सेंटिमेंट कमजोर बने हुए हैं. वहीं, FY25 के लिए ग्रोथ की संभावनाएं अनुमानित है. Tata Elxsi के निदेशक मंडल ने मार्च 2024 तिमाही के बाद वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 70 रुपये प्रति शेयर के लाभांश की घोषणा की. हालाँकि, इस ऐलान से निवेशक ज्यादा खुश नहीं हुए और शेयर की कीमतों में गिरावट देखने को मिली.
Q4FY24 में, Tata Elxsi का शुद्ध लाभ 4.6% घटकर 197 करोड़ रुपये रहा, जो Q3FY24 में 206.4 करोड़ रुपये था. साल-दर-साल नेट प्रॉफिट में भी 2.3% की कमी देखी गई. तिमाही के लिए ऑपरेटिंग रेवेन्यू दिसंबर तिमाही में 914.2 करोड़ रुपये से 1% कम होकर 906 करोड़ रुपये रहा. हालांकि, पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में इसमें 8.1% की वृद्धि देखी गई.