DMK के ए. राजा का नीलगिरी सीट पर फिर कब्जा, BJP के मुरुगन को 2.4 लाख वोट से दी मात, जानें नए सांसद के बारे में सबकुछ
लोकसभा चुनाव 2024 में तमिलनाडु की नीलगिरी लोकसभा सीट पर डीएमके नेता ए.राजा का एक बार फिर कब्जा हो गया है. ए.राजा यहां से तीसरी बार लोकसभा का चुनाव जीते हैं. इस चुनाव में उन्हें 4,73,212 वोट हासिल हुए हैं. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी प्रत्याशी मुरुगन को 2,40,585 के अंतर से हरा दिया. यहां तीसरे नंबर पर एआईएडीएमके नेता लोकेश तमिलसेलवन थे, जिन्हें 2,20,230 वोट मिले. डीएमके नेता ए. राजा दक्षिण से लेकर केंद्र की राजनीति तक एक चर्चित चेहरा रहे हैं. उनका नाम कई बार विवादों में भी आया है. दूरसंचार घोटाले में भी उनका नाम उछला और वो जेल भी जा चुके हैं.
हालांकि 2024 में ए. राजा के नीलगिरी से दोबारा जीत पर संदेह था. सनातन धर्म पर विवादास्पद टिप्पणियों के बाद वो बीजेपी नेताओं के निशाने पर आ गए थे. उन पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगाया गया था. नीलगिरी के कुछ गांवों में उनके खिलाफ अभियान भी चलाया गया था. जीत के बाद उन्होंने मीडिया इंटरव्यू में कहा था कि शासन का द्रविड़ मॉडल मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन की पहचान रही है. उन्होंने वादा किया कि वह नीलगिरी लोकसभा सांसद के रूप में अपने आगामी कार्यकाल में और भी अधिक मेहनत करेंगे.
वकालत के पेशे से राजनीति में आए
ए. राजा का जन्म 26 अक्टूबर 1963 को हुआ था. वह पेशे से मूलत: वकील थे. ए.राजा ने तिरुचिलापल्ली में गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से मास्टर की डिग्री हासिल की थी. ए. राजा दलित परिवार से ताल्लुक रखते हैं. छात्र जीवन में उनकी मुलाकात पेरियार से हुई. जिसके बाद वो द्रविड़ विचारधारा से जुड़ गए. उन्होंने अंबेडकर और मार्क्स की विचारधारा को भी अपनाया. ए. राजा पहली बार सन् 1996 और दूसरी बार 1999 में पेरंबलूर से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे.
ए. राजा ने कई मंत्रालयों को संभाला
साल 2004 के लोकसभा चुनाव से ए. राजा ने अपना चुनाव क्षेत्र नीलगिरी बना लिया. यहां से वो साल 2004 और 2009 के चुनाव में उतरे. ए.राजा ने केंद्र में कई बार मंत्रालय को संभाला है. वह सन् 1996-2000 तक ग्रामीण विकास राज्यमंत्री, 2000-2004 तक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री रहे वहीं साल 2004-2007 तक वन एवं पर्यावरण मंत्री रहे. फिर मई 2007 में ए. राजा संचार और तकनीकी मंत्री बने. इसके बाद 2008 में 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में उनका भी नाम आया.