हो गया बड़ा खुलासा, रिकॉर्ड मुनाफे के बाद भी सस्ता नहीं होगा पेट्रोल!

देश की तीन ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने मौजूदा वित्त वर्ष के 9 महीनों में 69 हजार करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया है. उसके बाद भी आने वाले दिनों में पेट्रोल डीजल के सस्ता होने के कोई आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं. ताज्जुब की बात तो ये है कि इस रिकॉर्ड मुनाफे के बाद जो आंकड़ा सामने आया है, वो बेहद चौंकाने वाला है. ऑयल इंडस्ट्री के अधिकारियों के अनुसार कच्चे तेल की इंटरनेशनल कीमतों में हालिया मजबूती आने से सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों को डीजल पर प्रति लीटर लगभग तीन रुपए के घाटे की खबरें सामने आ रही ळै. जबकि पेट्रोल पर उनके मुनाफे में कमी आई है.

90 फीसदी मार्केट पर कंट्रोल

अधिकारियों ने कहा कि पेट्रोल पर मुनाफे में कमी आने और डीजल पर घाटा होने से पेट्रोलियम मार्केटिंग कंपनियां खुदरा कीमतों में कटौती करने से परहेज कर रही हैं. अप्रैल, 2022 से ही पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव नहीं हुआ है. इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) का देश के करीब 90 फीसदी फ्यूल मार्केट पर कंट्रोल है. इन कंपनियों ने कच्चे तेल में घट-बढ़ के बावजूद लंबे समय से पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस (एलपीजी) की कीमतों में ‘स्वेच्छा से’ कोई बदलाव नहीं किया है. भारत अपनी तेल जरूरतों को पूरा करने के लिए 85 प्रतिशत आयात पर निर्भर है. पिछले साल के अंत में कच्चा तेल नरम हो गया था लेकिन जनवरी के दूसरे पखवाड़े में यह फिर से चढ़ गया.

डीजल और पेट्रोल पर घाटा

ऑयल इंडस्ट्री के एक अधिकारी ने कहा कि डीजल पर घाटा हो रहा है. हालांकि यह पॉजिटिव हो गया था लेकिन अब तेल कंपनियों को लगभग तीन रुपये प्रति लीटर का नुकसान हो रहा है. इसी के साथ पेट्रोल पर मुनाफा मार्जिन भी कम होकर लगभग तीन-चार रुपए प्रति लीटर हो गया है. पेट्रोलियम कीमतों में बदलाव के बारे में पूछे जाने पर पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ‘भारतीय ऊर्जा सप्ताह’ के दौरान संवाददाताओं से कहा कि सरकार कीमतें तय नहीं करती है और तेल कंपनियां सभी आर्थिक पहलुओं पर विचार करके अपना निर्णय लेती हैं. इसके साथ ही पुरी ने कहा कि तेल कंपनियां कह रही हैं कि अभी भी बाजार में अस्थिरता है.

6 से 11 रुपए का था फायदा

इससे पहले जो खबरें सामने आई थी कि पेट्रोलियम कंपनियों को पेट्रोल और डीजल के दाम में 6 से 11 रुपए प्रति लीटर का फायदा हो रहा है. जहां डीजल पर 6 रुपए और पेट्रोल पर 11 रुपए प्रति लीटर का प्रॉफिट हो रहा है. उम्मीद यह की जा रही थी कि फरवरी के महीने में पेट्रोलियम कंपनियां पेट्रोल और डीजल को सस्ता कर सकती हैं. वहीं जानकारों का यह भी कहना था कि पेट्रोलियम कंपनियां अप्रैल में पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती देखने को मिल सकती है. लेकिन अब इसके भी आसार कम ही नजर आ रहे हैं.

कब से फ्रीज हैं पेट्रोल और डीजल के दाम

वहीं दूसरी ओर भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत में करीब दो सालों से कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. देश के महानगरों में आखिरी बार पेट्रोल और डीजल की कीमत में 21 मई 2022 के दिन बदलाव देखने को मिला था. उस वक्त देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में टैक्स को कम किया था. उसके बाद कुछ प्रदेशों ने वैट को कम या बढ़ाकर कीमतों को प्रभावित करने का प्रयास किया था. दिलचस्प बात ये है कि जब से देश में इंटरनेशनल मार्केट के हिसाब से पेट्रोल और डीजल की कीमत में रोज बदलाव होने की शुरुआत हुई है, तब से यह पहला मौका है जब पेट्रोलियम कंपनियों ने रिकॉर्ड टाइमलाइन के दौरान कोई बदलाव नहीं किया है.

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