सुबह बासी रोटी के साथ में यह चीज खाएं ? कभी ना बढ़ेगा आपका डायबिटीज।
डायबिटीज आजकल एक आम समस्या बन गई है और सभी लोगों के घर में बाकी रह जाने वाली रोटियां अक्सर बचती हैं। क्योंकि रोटियां कोई भी महिला अपने रसोई में गिन-तारीख करके नहीं बनाती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बाकी रह जाने वाली रोटी खाने के भी डायबिटीज के रोगियों के लिए कितने फायदेमंद हो सकते हैं? डायबिटीज रोगियों के लिए अगर बाकी रह जाने वाली रोटी के साथ यह चीजें खाई जाएं, तो उन्हें डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती हैं। रात भर रोटियां बची रहने से उसका स्टार्ट रेजिडेंट बढ़ जाता है, जो कि ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है।
यदि आपके घर में 12 या 15 घंटे पुरानी बाकी रोटी है, तो आप उसे दूध या सब्जी के साथ खाएं, तो आपकी डायबिटीज का स्तर सामान्य हो जाता है, अर्थात शुगर को कम करने में बाकी रह जाने वाली रोटी 12 से 15 घंटे पुरानी फायदेमंद होती है।
आपको एक बात का ख़ास ध्यान रखना होगा कि बासी रोटी को हमेशा कमरे के तापमान में रखना सही होता है, इसके बाद आप उसे दूध के साथ खा सकते हैं।
जब बासी रोटी 12 घंटे तक लगातार हवा के संपर्क में रहती है, तो उसमें उसकी स्वाद, बनावट और संरचना में परिवर्तन हो जाता है। यह गलत धारणा है कि इसमें स्टार्स रेजिडेंस फाइबर जल्दी से ग्लूकोस में परिवर्तित हो जाती है।
यदि आप बासी रोटी को खाना चाहते हैं, तो इसे 2 से 3 घंटे तक दूध में भिगोकर रखें और फिर ही इसे सेवन करें। यह आपके लिए एक रामबाण औषधि होती है, जो डायबिटीज पेशेंट के लिए बहुत फायदेमंद होती है।
बासी रोटी को यदि कोई बीपी वाला व्यक्ति भी खाता है, तो उसे बीपी पेशेंट के रूप में इसके सेवन से बीपी कंट्रोल में रहने में मदद मिलती है। यदि हम इसे समझें तो बासी रोटी में बहुत सारे हेल्दी गुण होते हैं, जो डायबिटीज और अन्य कई तरह की बीमारियों के लिए फायदेमंद होते हैं। इसलिए बासी रोटियां अक्सर सभी घरों में पाई जाती हैं और डायबिटीज रोगियों के लिए यह रामबाण औषधि की तरह कारगर साबित होती है। आप सुबह जब घर से बाहर निकलते हैं, तो इस रोटी को दूध में भिगोकर नाश्ते के रूप में खा सकते हैं।