Election Data: ईवीएम से जुड़े डेटा पर खतरा, लीक होने की संभावना; तत्काल रूप से पासवर्ड बदलने का निर्देश जारी
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़। लोकसभा चुनाव की सरगर्मी है। निर्वाचन से जुड़े डाटा पर साइबर ठग खतरा बन सकते हैं। चुनाव ड्यूटी प्रबंधन और ईवीएम सहित चुनाव से जुड़े अन्य डेटा के लीक होने की प्रबल संभावना है।
निर्वाचन आयोग से इसे संज्ञान लेते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी को तत्काल रूप से पासवर्ड बदलने का निर्देश दिया है। छोटी सी चूक से कोई दिक्कत न आ जाए, इसे लेकर आयोग सतर्क है।
कौशांबी लोकसभा के लिए 20 मई और प्रतापगढ़ लोकसभा के लिए 25 मई को चुनाव होना है। मतदान के लिए इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों का पहला आनलाइन रेंडमाइजेशन (चयन) कर नंबर के हिसाब से स्ट्रांग रूम में सुरक्षित कर लिया गया है। साथ ही अन्य चुनाव संबंधी चुनाव प्रबंधन पोर्टल है। इन सब का अलग से पासवर्ड होता है।
आयोग ने साइबर सुरक्षा को परखा
सूत्रों के मुताबिक, भारत निर्वाचन आयोग के पोर्टल पर साइबर सुरक्षा को परखा गया। इसके बाद आशंका जताई गई कि चुनाव ड्यूटी प्रबंधन पोर्टल और ईवीएम-2 से संबंधित डाटा लीक होने की संभावना है। जनपद में चुनाव प्रबंधक पोर्टल पर हजारों कर्मचारियों का डाटा फीड है।
इसमें उनके नाम, पता, बैंक खाता संख्या तक है। इसके लीक होने से परेशानी बढ़ सकती है। साथ ही ईवीएम से जुड़े डाटा के लीक होने और उसमें उलटफेर होने से सरकारी मशीनरी के सामने बड़ी समस्या उत्पन्न हो सकती है। साइबर सुरक्षा को परखे जाने के बाद ही मुख्य निर्वाचन अधिकारी की ओर से जिला निर्वाचन अधिकारी को ई-मेल भेजा गया है।
बताया गया कि ऐसी किसी भी पुनरावृत्ति को रोकने के लिए तुरंत पासवर्ड बदला जाए। इसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू हो गई है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी त्रिभुवन विश्वकर्मा ने बताया कि निर्वाचन आयोग से जो भी दिशा निर्देश मिल रहा है, उसका अनुपालन कराया जा रहा है।