अनुभवी ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनन्द को पीछे छोड़ा, वर्ल्ड चैंपियन को हरा प्रगनाननंदा बने नम्बर वन

नई दिल्ली। भारत के स्टार शतरंज खिलाड़ी रमेशबाबू प्रगनाननंदा ने मंगलवार को टाटा स्टील शतरंज टूर्नामेंट में विश्व चैंपियन डिंग लिरेन को हराकर इतिहास रच दिया। इसके साथ ही वह ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद को पछाड़कर पहली बार नंबर एक रैंक वाले भारतीय ग्रैंडमास्टर बन गए।

चीन के विश्व चैंपियन लिरेन के खिलाफ मिली जीत ने प्रगनाननंदा को आश्चर्यचकित कर दिया, क्योंकि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि पूर्व खिलाड़ी इतनी आसानी से हार जाएगा। प्रगनाननंदा ने इस बड़ी जीत के साथ टूर्नामेंट के पांचवें राउंड में जगह बना ली है। वे विश्वनाथन आनंद के बाद क्लासिकल शतरंज के डिफेंडिंग वर्ल्ड चैंपियन को हराने वाले दूसरे भारतीय हैं। यह प्रतियोगिता नीदरलैंड के विज्क आन जी में खेली जा रही है, जो 28 जनवरी तक चलेगी।

सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर

चेन्नई के रहने वाले प्रगनाननंदा ने 2018 में प्रतिष्ठित ग्रैंडमास्टर का तमगा हासिल किया था। वे यह उपलब्धि हासिल करने वाले भारत के सबसे कम उम्र के और उस समय दुनिया में दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे।

10 साल की उम्र में इंटरनेशनल मास्टर

प्रगनाननंदा तमिलनाडु के रहने वाले हैं। उनका जन्म 10 अगस्त 2005 को चेन्नई में हुआ था। उनके पिता रमेशबाबू तमिलनाडु स्टेट कॉर्पोरेशन बैंक में शाखा प्रबंधक के रूप में काम करते हैं, जबकि उनकी मां नागलक्ष्मी हाउस वाइफ हैं। प्रगनननंदा 10 साल की उम्र में 2016 में शतरंज के

 

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