FTII कैम्पस में लगा ऐसा पोस्टर, ‘जय श्रीराम’ का नारा देते हुए सड़कों पर उतर गए लोग, इलाके में तनाव
महाराष्ट्र के दापोली में विवादित पोस्ट को लेकर बवाल हो गया है. एक समुदाय के कुछ युवकों द्वारा सोशल मीडिया पर कुछ विवादित पोस्ट किए गए थे, जिसे लेकर यह विवाद पैदा हुआ है. विवादित पोस्ट के खिलाफ बड़ी संख्या में हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता ‘जय श्रीराम’ का नारा देते हुए सड़कों पर उतर कर आंदोलन रहे हैं. वहीं, बड़ी संख्या में पुलिसबल मौके पर मौजूद है, जो हालात को नियंत्रित करने की कोशिश में लगे हैं.
पुलिस के मुताबिक एफटीआईआई परिसर में स्टूडेंट एसोसिएशन की तरफ से यह पोस्टर लगाया गया था. इसकी जानकारी कुछ हिन्दू संगठनों को मिली और उन्होंने उस पोस्टर को फाड़ दिया. एफटीआईआई स्टूडेंट एसोसिएशन का आरोप है कि हिन्दू संगठनों ने परिसर में घुसकर उनके साथ मारपीट की है, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें मेडिकल के लिए भेजा है. पूरे परिसर में तनाव को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है.
रत्नागिरी पुलिस ने इस मामले में दो युवकों को हिरासत में लिया है. हिन्दू संगठन विवादित पोस्ट करने वाले मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. यह पोस्टर सोमवार को लगाया गया था, जब अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा हुई.
राम मंदिर जुलूस के दौरान नागपुर में तनाव
Fइसी तरह से, महाराष्ट्र के नागपुर जिले के सेंट्रल एवेन्यू इलाके में सोमवार को उस समय तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई, जब रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में निकाली जा रही रैली के प्रतिभागी की मोटरसाइकिल एक पैदल यात्री से टकरा गई, जिसके चलते दो समुदायों के बीच वाद-विवाद हो गया. तहसील पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि पैदल यात्री के चार से पांच दोस्त मौके पर पहुंचे और मोटरसाइकिल चालक के साथ मारपीट कर दी, जिसके बाद दोनों पक्षों के लोग वहां इकट्ठा हो गए.
उन्होंने कहा, “स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिसकर्मियों की एक टुकड़ी और एक त्वरित प्रतिक्रिया दल को क्षेत्र में भेजा गया है. पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार भी मौके पर पहुंचे और अधिकारियों ने दोनों पक्षों से बातचीत करने के बाद माहौल को शांत कराया. जुलूस बजेरिया से शुरू हुआ था.” अधिकारी ने बताया कि तहसील पुलिस थाने में पांच लोगों के खिलाफ दंगा और हमला करने का मामला दर्ज किया गया है.