‘तेरे को मारना होता तो जब्बर का निशाना नहीं चूकता’, जब डायलॉग ने मचाई सनसनी
नई दिल्ली. बॉलीवुड हो या साउथ स्टार्स कई सितारें ऐसे हैं, जो अपनी भूमिका को दोहराना पसंद नहीं करते हैं. वहीं, कुछ ऐसे भी हैं, जो एक ही जैसी भूमिका में नजर आते हैं. 70 के दशक में जब एक से बढ़कर एक सितारे पर्दे पर एंट्री कर रहे थे, तब एक हीरो विलेन के किरदार में नजर आया.
फिल्म में दिग्गज एक्टर थे, लेकिन, इस विलेन के आगे उनकी अदाकारी कमजोर पड़ गई. फैंस ने उन्हें लीड हीरो के तौर पर जो प्यार दिया, उससे कई ज्यादा प्यार उन्हें विलेन के अवतार के लिए मिला. फोटो साभार-@IMDb
जिस एक्टर की हम बात कर रहे हैं, उन्होंने अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र समेत तमाम सितारों के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर किया. लेकिन क्या आप जानते हैं कि लीड भूमिका में न होने के बाद भी उन्होंने बराबर की टक्कर दी. करियर की शुरुआत खलनायक के तौर पर करने के बावजूद उन्होंने मुख्य भूमिकाओं में कई यादगार और सफल फिल्में दीं. आज जिस फिल्म का हम बात कर रहे हैं वो फिल्म साल 1971 में रिलीज हुई थी. फोटो साभार-@IMDb
साल 1971 में राज खोसला के निर्देशन में एक फिल्म रिलीज हुई, जिसका नाम है ‘मेरा गांव मेरा देश’. फिल्म में धर्मेंद्र के साथ एक और दिग्गज एक्टर नजर आए थे, जिन्होंने अपने करियर में कई ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं. फिल्म में डायलॉग्स इतने फेमस हुए थे कि आज भी लोग उन्हें याद करते हैं. ये एक्टर और कोई नहीं बल्कि विनोद खन्ना हैं. फोटो साभार-@IMDb