JEE में थी नंबर-1 रैंक, पर नहीं लिया था IIT में दाखिला, कहां हैं चिराग फलोर?
Success Story JEE Advanced Topper :आईआईटी में पढ़ना लाखों स्टूडेंट्स का सपना है. इसके लिए जेईई मेन्स और एडवांस्ड जैसी दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक अच्छी रैंक के साथ पास करनी होती है.
लेकिन कुछ जीनियस ऐसे भी होते हैं, जो इन परीक्षाओं में टॉप करने के बाद भी आईआईटी में एडमिशन नहीं लेते. इनमें से ही एक हैं जेईई एडवांस्ड 2020 में नंबर-1 रैंक हासिल करने वाले चिराग फलोर.
पुणे के रहने वाले चिराग फलोर ने जेईई मेन्स 2020 में 12वीं रैंक और जेईई एडवांस्ड 2020 में नंबर-1 रैंक हासिल की थी. उन्होंने जेईई एडवांस्ड में 396 में से 352 मार्क्स हासिल किए थे. जबकि मेन्स में 100 पर्सेंटाइल स्कोर किया था.
क्यों नहीं लिया IIT में एडमिशन ?
चिराग फलोर ने जेईई एडवांस्ड परीक्षा में शामिल होने से पहले ही मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) में एडमिशन ले लिया था. उन्होंने लॉकडाउन के दौरान एमआईटी की ऑनलाइन क्लासेज अटेंड कराते हुए जेईई एडवांस्ड की तैयारी की थी.
सिर्फ एक्सपीरियंस के लिए दी थी IIT की प्रवेश परीक्षा
चिराग फलोर ने बताया था कि वह जेईई की तैयारी चार साल से कर रहे थे. इसलिए MIT में एडमिशन मिलने के बाद भी मैं जेईई में बैठने का अनुभव मिस नहीं करना चाहता था. जेईई सबसे कठिन परीक्षा इसलिए है क्योंकि इसमें समय की कमी होती है. जेईई की तुलना में MIT की फर्स्ट ईयर कॉमन परीक्षा आसान होती है.
मिल चुका है प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार
चिराग फलोर ने छोटी सी उम्र में कई बड़ी उपलब्धियां अपने नाम कर ली हैं. उन्हें प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार मिल चुका है. इसके अलावा वह इंटरनेशनल ओलंपियाड में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं.
एस्ट्रोनॉमी तथा एस्ट्रोफिजिक्स की फील्ड में भी कई पुरस्कार पा चुके हैं.
अभी क्या कर रहे हैं चिराग फलोर?
चिराग फलोर के लिंक्डइन प्रोफाइल और उनकी वेबसाइट के अनुसार अभी वह MIT में सीनियर हैं. उन्होंने लिखा है- मैं मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में सीनियर हूं. फिजिक्स, एआई और मैथमेटिक्स में कुछ करने की सोच रहा हूं.