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Char Dham Yatra 2024: चारधाम यात्रा की हो रही है शुरुआत, जानें दिल्ली से क्या है पूरा रूट

चार धाम यात्रा एक बार फिर शुरू होने जा रही है और इसके लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं. इस बार यात्रा 10 मई से शुरू हो रही है. यात्रा के लिए अब तक लाखों लोग रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं.

कई लोगों को यात्रा के रजिस्ट्रेशन प्रोसेस और इसके रूट को लेकर जानकारी नहीं होती है. इसीलिए आज हम आपको बता रहे हैं कि अगर आप दिल्ली से चारधाम यात्रा पर निकलते हैं तो इसका क्या रूट होगा.

कब खुल रहे हैं कपाट
जानकारी के मुताबिक केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के कपाट 10 मई को खुल जाएंगे, वहीं बद्रीनाथ के कपाट 12 मई को खुलेंगे. अगर आप भी चारधाम यात्रा का प्लान कर रहे हैं तो कपाट खुलने से पहले ही अपना रजिस्ट्रेशन करवा लें. चार धाम यात्रा के दौरान रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है. आप रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीके से कर सकते हैं. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए आप चार धाम यात्रा की आधिकारिक वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.

इन दस्तावेजों को रखें साथ
यात्रा दिल्ली हरिद्वार ऋषिकेश या देहरादून से शुरू हो सकती है. ध्यान रहे यात्रा के लिए बायोमेट्रिक पंजीकरण अनिवार्य है. इसके लिए आप आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट जैसे दस्तावेज अपने साथ लेकर जरूर जाएं. श्रद्धालुओं के लिए हेलिकॉप्टर से भी चार धाम की यात्रा की सुविधा है. इसके लिए भी ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं.

दिल्ली से यमुनोत्री

चार धाम यात्रा के लिए श्रद्धालु सबसे पहले दिल्ली से हरिद्वार पहुंचेंगे, यहां गंगा स्नान और आरती कर यात्रा को शुरू करेंगे. इसके बाद ऋषिकेश, चंबा, स्याना चट्टी और हनुमान चट्टी के रास्ते यमुनोत्री मंदिर जाएंगे. .

दिल्ली से गंगोत्री

दिल्ली से गंगोत्री जाने के लिए हरिद्वार से ऋषिकेश, टिहरी, उत्तरकाशी, गंगनानी और हरसिल होते हुए गंगोत्री तक पहुंचा जाएगा.

दिल्ली से केदारनाथ

दिल्ली से केदारनाथ मंदिर जाने के लिए लोग सबसे पहले हरिद्वार में गंगा स्नान करने के बाद ऋषिकेश, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, अगस्त्यमुनि, गुप्तकाशी से गौरीकुंड होते हुए केदारनाथ मंदिर जाएंगे.

दिल्ली से बद्रीनाथ

दिल्ली से बद्रीनाथ जाने के लिए सबसे पहले हरिद्वार से ऋषिकेश, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, नंदप्रयाग, जोशीमठ होते हुए बद्रीनाथ मंदिर पहुंचा जाएगा.

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