उत्तर कोरिया के हमले से बचने के लिए कैसे तैयारी कर रहे हैं दक्षिण कोरिया के युवा?
उत्तर कोरिया से जंग छिड़ जाए तो क्या हो? किम जुंग-हो ने इस आशंका में एक सर्वाइवल किट तैयार कर रखा है.
30 साल जुंग का मानना है अगर कुछ अनहोनी हो जाए तो ये सरवाइवल किट उन्हें 72 घंटे तक जीवित रखने में मदद कर सकता है.
इस सरवाइवल किट में आख़िर है क्या?
दरअसल जुंग की इस किट में पानी और सूखे चावल है. ऐसे चावल जिन्हें पहले पकाया गया और सूखा दिया गया. इस किट में एक मैप और कम्पास भी है जो मोबाइल फोन या पब्लिक ट्रांसपोर्ट फेल होने की हालत में मदद कर सके.
उन्होंने अपनी रक्षा के लिए बुलेट प्रूफ जैसा कवच और गैस मास्क को जुटा लिया है. इसके लिए उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी.
वो कहते हैं, ”हो सकता है कि हमारी सेना के पास लोगों की रक्षा के लिए पर्याप्त उपकरण न हों इसलिए अच्छा है कि हम खुद ही तैयार रहें.”
जुंग इसलिए ऐसा कह रहे हैं क्योंकि वो खुद 31 लाख रिजर्व सैनिकों में शामिल हैं.
हाइड्रोजन एनर्जी का अध्ययन करने वाले ग्रेजुएट स्टूडेंट जुंग कहते हैं,” मैं सोल के बीचोंबीच रहता हूं. मुझे लगता है कि एक मिसाइल के हमले में भी सब कुछ खत्म हो सकता है. ये आशंका ही मुझे बुरी तरह डरा देती है.”
ज्यादा आक्रामक होता जा रहा है उत्तर कोरिया
दक्षिण कोरिया की ये राजधानी 1953 में स्थापित असैन्य इलाके से 30 मील दूर है. ये जोन कोरियाई युद्धविराम के लिए हुई संधि के दौरान बनाया गया था.
लेकिन कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ ही रहा है. परमाणु हथियारों से लैस उत्तर कोरिया इस साल अब तक चार मिसाइलों का परीक्षण कर चुका है.
इस साल अप्रैल में उत्तर कोरिया ने दावा किया कि उसने ठोस-ईंधन वाले एक सुपरसोनिक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है जो गुआम तक पहुंच सकता है.
किम दक्षिण कोरियाई युवाओं के छोटे लेकिन तेजी से बढ़ते उस जमात का हिस्सा हैं उत्तर कोरिया से किसी संभावित युद्ध के दौरान अपने बचाव की तैयारी कर रहे हैं.
युद्ध की हालत में अपने बचाव के लिए तैयारी करने वाले लगभग 900 लोगों ने दक्षिण कोरिया के सबसे लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप काकाओ को ज्वाइन कर रखा है.
इसमें मौजूद एक कम्यूनिटी का नाम है सरवाइवल स्कूल- दोम कैफे. ये कम्यूनिटी 2010 से ही चल रहा है और इसके 25 हजार सदस्य हैं.
ऐसे लोगों की तादाद जिस तरह से बढ़ रही है वो दोनों कोरियाई देशों के बीच बढ़ते तनाव को दिखाता है. तनाव इसलिए भी बढ़ रहा है क्योंकि उत्तर कोरिया दिनोंदिन ज्यादा आक्रामक होता जा रहा है.
जनवरी में उत्तरी कोरियाई नेता किम जोंग-उन ने दक्षिण कोरिया का अपना नंबर एक दुश्मन करार दिया था. उन्होंने कहा था कि दोनों देशों का शांतिपूर्ण एकीकरण अब असंभव हो गया है.
उत्तर कोरिया में बड़ी तादाद में लोग युद्ध को लेकर आशंकित
कोरिया यूनिवर्सिटी में पॉलिटिकल इकोनॉमी पढ़ाने वाले नाम सुंग-वुक कहते हैं कि ये अभूतपूर्व कदम था.
इसका मतलब ये है कि उत्तर कोरिया दक्षिण कोरिया पर परमाणु हथियार का इस्तेमाल कर सकता है क्योंकि वो उसे अपनी बिरादरी का नहीं मानता.
केबीएस पब्लिक मीडिया रिसर्च इंस्टीट्यूट ने हाल में एक सर्वे कराया था. इस सर्वे में हिस्सा लेने वाले 75 फीसदी लोगों ने कहा था कि वह मौजूदा सुरक्षा हालातों को लेकर चिंतित हैं. ये सर्वेक्षण 2021 में शुरू हुआ था और तब से ऐसा सोचने वाली की संख्या 19 अंक बढ़ चुका है.
दुनिया में फिलहाल कई युद्ध चल रहे हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध के अलावा इसराइल और हमास की बीच लड़ाई ने पूरी दुनिया को चिंतित कर रखा है. द सर्ववाइवल स्कूल- दोम कैफे के एडमिन वु सियोंग येओप ने कहा कि इसने कोरयाई लोगों को बढ़ते भू-राजनैतिक जोखिम के प्रति और सतर्क कर दिया है.
जब यूक्रेन युद्ध शुरू हुआ तो उस समय एक चैट ग्रुप बनाया गया था. पिछले दो साल में इसके सदस्यों की संख्या दस गुना बढ़ कर 500 तक पहुंच गई.
पिछले साल सीपीआर ट्रेनिंग कोर्स पूरा करने वाले फिटनेस ट्रेनर पार्क ह्यू बिन ने कहा,”मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे अपनी जिंदगी में युद्ध के लिए तैयारी करनी होगी. इस समय कई लड़ाइयां चल रही हैं.”
उत्तर कोरिया के लोग देश छोड़ने के लिए सीख रहे हैं नई भाषाएं
इसके कुछ सदस्य उत्तर कोरिया से कोई भी संघर्ष खत्म होने से पहले ही देश छोड़ना चाहते हैं. वो नई भाषाएं सीख रहे हैं.पैसे बचा रहे हैं और नया कौशल सीख रहे हैं. वे किसी सुरक्षित देश में रहने के इंतजाम की कोशिश में है.
इसके एक सदस्य ने लिखा,”मैंने सुना है कि पैराग्वे में मुझे 7200 डॉलर तक में रहने की स्थायी जगह मिल सकती है.”
इस तरह की तैयारी करने वालों में से एक नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वो हॉसियोंग शहर के एक दो मंजिला मकान में एक बंकर बना रहे हैं.
इसमें कंक्रीट कि मोटी परत होगी और यह पावर जेनरेटर और खाने बनाने के उपकरणों से लैस होगा ताकि ये उनकी पत्नी और छह साल के बच्चे के लिए लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सके.
42 साल के इस शख्स ने दो साल पहले इस जमीन को खरीदा था. ये पेयोंगतेक में अमेरिकी सैन्य अड्डे से काफी दूर है. हालात ज्यादा खराब हुए तो यहां बम बरसाए जा सकते हैं.
ज्यादातर कोरियाई इस तरह तैयारियों को कुछ ज्यादा ही संवेदनशील हैं. यहां तक कि किम की मां ने उन्हें सर्वाइवल किट पर ज्यादा पैसे खर्च करने के लिए डांट भी लगाई थी.
मार्केटिंग का काम करने वाले 28 साल के ली यंग-आह ने बीबीसी से कहा,”भले ही उत्तर और दक्षिण कोरिया के रिश्ते भले अच्छे न हों लेकिन मुझे इस बात की कोई चिंता नहीं है कि युद्ध होगा. मैं अपनी ज़िंदगी पहले की तरह ही जी रहा हूं.”
दक्षिण कोरिया एक जीवंत और समृद्ध लोकतंत्र बन चुका है. लेकिन उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया तकनीक तौर पर युद्ध के मोर्चे पर है.
वु कहते हैं कि दशकों की शांति ने दक्षिण कोरियाई लोगों को युद्ध के प्रति उदासीन कर दिया है. लेकिन ये स्थिति उन्हें लापरवाह बनाती है.
उनका कहना है युद्ध से बचने की तैयारियों करने वालों के प्रति नज़रिया बदल रहा है क्योंकि दुनिया भर में भू-राजनैतिक तनाव बढ़ रहा है.
किम अपना बचाव करते हुए कहते हैं, ”जब आप किसी विमान में चढ़ते हैं तो क्या वे आपको सुरक्षा उपकरण नहीं मुहैया कराते. इस तरह के सर्वाइवल किट खरीदना विमान की सीट बेल्ट बांधने जैसा है.
पार्क कहती हैं कि ये इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने जैसा है. लेकिन कोई भी इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहता.