एक साल में कितनी महंगी हुई वेज थाली की कीमत, नॉन वेज के कितने हुए दाम?

बीते एक साल में वेज खाने वालों की जेब ज्यादा ढीली हुई है. वहीं दूसरी ओर नॉन खाने वालों की सेविंग हुई है. चौंकिए मत, इसका बात का खुलासा क्रिसिल की रिपोर्ट में हुआ है. अगर पिछले महीने से तुलना करें तो वेज थाली की कीमत में राहत मिली है. जिसका प्रमुख कारण टमाटर और प्याज की कीमतों में कमी आना है. अगर बात नॉन वेज की करें तो पिछले महीने और बीते एक सा​ल में कीमतों में गिरावट देखने को मिली है. जानकारों की मानें तो पिछले महीने की तुलना में वेज थाली में गिरावट आने से महंगाई के आंकड़ें कम देखने को मिल सकते हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर क्रिसिल की रिपोर्ट में और क्या कहा गया है.

एक साल में कितनी महंगी हुई वेज थाली

क्रिसिल ने कहा कि निर्यात पर अंकुश और उत्तरी और पूर्वी राज्यों से फ्रेश टमाटर की सप्लाई के बीच प्याज की अधिक घरेलू आपूर्ति के साथ, प्याज और टमाटर की कीमतों में क्रमशः 26 फीसदी और और 16 फीसदी की कमी के कारण यह राहत मिली. जहां एक ओर जनवरी के महीने में वेज थाली के दाम 28 रुपए देखने को मिली है. तो उससे एक महीने पहले यानी दिसंबर में यही कीमत 29.7 रुपए थी. अगर बात बीते एक साल पहले की करें तो जनवरी 2023 में वेज थाली के दाम 26.6 रुपए थी. इसका मतलब है कि बीते एक साल में वेज थाली के दाम में इजाफा देखने को मिला है.

एक साल में महंगी शाकाहारी थाली

रेटिंग एजेंसी ने कहा कि प्याज और टमाटर की कीमतों में साल-दर-साल क्रमश: 35 फीसदी और 20 फीसदी की बढ़ोतरी के कारण शाकाहारी थाली की कीमत बढ़ गई. क्रिसिल ने यह भी कहा कि पिछले साल से चावल और दालों की ऊंची कीमतें भी जनवरी में पिछले साल की तुलना में घर में बने शाकाहारी भोजन की ऊंची कीमतों का कारण थीं. सब्जी थाली की लागत में चावल की हिस्सेदारी 12 फीसदी है, जबकि दालों का वेट 14 फीसदी है.

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