‘3 माह से पति लेने नहीं आया’ थाने में रोते-रोते बोली महिला, पुलिस ने जो किया, कोई सोच भी नहीं सकता
ग्वालियर पुलिस अपराधियों से निपटने के साथ ही सामाजिक सरोकारों में भी पीछे नहीं है. ग्वालियर पुलिस की मानवीय पहल की जमकर तारीफ हो रही है. दरअसल जिले के ऊटीला थाने में एक गर्भवती महिला अपने पति के खिलाफ प्रताड़ना की शिकायत दर्ज करने आई थी. सालभर की बेटी को साथ लेकर पहुंची गर्भवती महिला ने पुलिस को अपनी पीड़ा बताई. पुलिस ने मारपीट की शिकायत दर्ज कर महिला को रवाना कर दिया था लेकिन जब पति उसे लेने नहीं आया तो महिला एसडीओपी संतोष पटेल के पास पहुंच गई.विवाहिता ने बताया कि 3 महीने हो चुके हैं, उसका पति लेने नही आया, जिसके चलते वह मायके में रह रही है. आखिरकार मां-बाप उसे कब तक अपने साथ रखेंगे. एसडीओपी संतोष पटेल ने महिला को उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया और महिला के पति नवल बंजारा को बुलाया.
पटेल ने दोनों पति-पत्नी को साथ बैठाया और फिर समझाइश दी. पति ने पत्नी को अपने साथ रखने और सम्मान देने की बात कही, जिस पर महिला राजी हो गई. पुलिस ने थाने में दोनों पति पत्नी की वरमाला करवाई. इसके बाद एसडीओपी ने महिला को अपनी बहन मानकर उसकी गोद भराई की उपहार दिए. पति नवल बंजारा अपनी बाइक से पत्नी को लेकर घर रवाना हो गया. इस पहल से एक घर टूटने से बच गया. साथ ही लोगों में पुलिस के प्रति सम्मान की भावना भी बढ़ रही है.
एसडीओपी बेहट सर्किल ग्वालियर संतोष पटेल ने कहा, ‘एक शिकायत आई जिसमें महिला ने कहा कि मेरे पति ने मेरे साथ मारपीट की है. मैं गर्भवती हूं और मेरे पति ने मुझे मायके में छोड़ दिया है. तीन माह से मेरा पति लेने नहीं आ रहा. थाना प्रभारी को मैंने बताया कि इस पारिवारिक विवाद को सुलझाना है. थाने के सामने मंदिर है, वहीं पर बैठकर विवाद को सुलझाया. ‘टीआई मेरा भाई’ का फर्ज निभाते हुए बहन की गोद भराई भी की.’