अगर आप भी पुरानी मलाई से निकालते है घी तो जान लें ये बात, वरना पड़ेगा पछताना
घी का इस्तेमाल भारतीय किचन में खूब किया जाता है। देसी घी खाने के फायदे भी खूब हैं। हालांकि, बीते दिनों में घी में मिलावट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में महिलाएं घर पर घी निकालना पसंद करती हैं।
घर के घी को शुद्ध और प्योर माना जाता है। लेकिन इसे लेकर भी एक्सपर्ट ने अपनी राय दी है। घरों में मलाई की मदद से घी तैयार किया जाता है। लेकिन क्या ये वाकई हेल्दी है?
क्या नुकसानदायक है मलाई का घी
घर में घी निकाले के लिए महिलाएं 10 से 15 दिनों तक मलाई को स्टोर करती हैं। फिर इसका मक्खन और घी तैयार करती हैं। इसे शुद्ध माना जाता है, हालांकि एक्सपर्ट इसे बिल्कुल शुद्ध नहीं मानते। एक्सपर्ट का मानना है कि ये एक तरह का टॉक्सिक घी है।
उनका कहना है कि इस घी से कोलेस्ट्रॉल और पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं। एक्सपर्ट कहते हैं जब 5-6 दिन पुरानी मलाई खाने लायक नहीं रहती है।ऐसे में अगर जो चीज पहले से खराब है तो उससे शुद्ध घी कैसे निकलेगा। एक्सपर्ट इसे टॉक्सिक बताते हैं। दही से बनाया गया घी शुद्धा माना जाता है। दही से बना घी फायदेमंद होता है।
दही से कैसे बनाएं घी
दही से बने घी को शुद्ध माना जाता है। दादी-नानी भी इसी तरीके से घी निकालना पसंद करती हैं। इसके लिए फुल क्रीम दूध लें और इसे अच्छे से उबाल लें। फिर इस दूध को जमा कर दही बना लें।
अब ग्राइंडर की मदद से दही को चला लें। फिर इसमें दो से तीन कप पानी डालें। इसके लिए ठंडे पानी का इस्तेमाल करें। कुछ समय बाद इसमें गाढ़ा अनसाल्टेड मक्खन और पानी का मिश्रण अलग होताा दिखेगा।सभी अनसाल्टेड मक्खन को अलग से इकट्ठा कर लें और दही के पानी को पर्याप्त रूप से अलग कर लें। सभी अनसाल्टेड मक्खन को इकट्ठा करने के बाद, उन्हें धीमी से मध्यम आंच पर उबालें।कुछ मिनटों के बाद, आप देख सकते हैं कि गाढ़ा मक्खन पिघल जाएगा और नरम पीले रंग में बदल जाएगा। घी तैयार है, इसे छान ले।