अपार भक्ति: सवा 11 करोड़ कैश का चढ़ावा, सोना-चांदी से भी तौला, सिक्के गिनते-गिनते तो थक ही गए लोग
भारत में कई मंदिर हैं. इन मंदिरों में श्रद्धालु अपनी श्रद्धा के मुताबिक़ चढ़ावा चढ़ाते हैं. भारत के कुछ मंदिर ऐसे हैं जो इसी चढ़ावे के कारण प्रसिद्द हैं. यहां लोगों की इतनी आस्था है कि वो दिल खोल कर दान करते हैं. भारत के जिन मंदिरों में सबसे चढ़ावा चढ़ाया जाता है, उसमें राजस्थान के प्रख्यात कृष्णधाम श्रीसांवरियाजी स्थित सांवरा सेठ का नाम भी शामिल है. भक्त यहां अपनी आस्था के हिसाब से चढ़ावा चढ़ाते हैं.
पिछले हफ्ते से इस मंदिर की दानपेटी की गिनती चल रही थी. चढ़ावा इतना ज्यादा था कि उसे गिनने के लिए तीन चरण तय किये गए. पहले चरण में मंदिर के दानपत्र का कैश गिना गया. फिर मिले चेक और मनीऑर्डर की गिनती की गई. साथ ही मंदिर में चढ़ाए गए सोने और चांदी की वैल्यू जोड़ी गई. इस तरह तीन चरणों में मंदिर का चढ़ावा गिना गया. आखिर में कुल चढ़ावा सवा ग्यारह करोड़ रुपए का निकला ।
तीसरे दौर में खनखनाए सिक्के
मंदिर के दानपत्र की गिनती के तीसरे चरण में करीब 66 लाख 53 हजार और 676 रुपए नगद निकले. इसमें ज्यादातर सिक्कों की काउंटिंग की गई. इसके अलावा मंदिर में 318 ग्राम सोना और करीब 36 किलो चांदी भी भक्तों ने चढ़ाया. पिछले दो चरणों की काउंटिंग को मिला दें तो कैश में करीब 8 करोड़, 92 लाख 26 हजार और 676 रुपए भक्तों ने कान्हा जी को चढ़ाए.
ऑनलाइन भी आया चढ़ावा
इसके अलावा कई भक्तों ने मंदिर में ऑनलाइन चढ़ावा भी चढ़ाया. ऑनलाइन आए पेमेंट, मनीऑर्डर से करीब दो करोड़ 34 लाख 80 हजार 325 रुपए मंदिर को मिले. वहीं कई लोगों ने दानपेटी में सोना भी डाला था. इससे 181 ग्राम सोना मिला. भेंटकक्ष में भी 137 ग्राम 740 मिलीग्राम सोना मिला है. यानी कुल 318 ग्राम 740 मिलीग्राम सोना कान्हा को भेंट की गई. आपको बता दें कि आसपास के जितने भी किसान या कारोबारी हैं, वो अपने मुनाफे का एक हिस्सा भगवान को अर्पित करते हैं. इस वजह से ही चढ़ावे के मामले में ये मंदिर भारत में टॉप पर है.