रमजान के दौरान गाजा में संघर्ष विराम के लिए प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद होगा मतदान, जानें अमेरिका का रुख

मुस्लिम समुदाय के पवित्र माह रमजान के दौरान गाजा में तत्काल संघर्ष विराम की मांग वाले एक प्रस्ताव पर सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में मतदान किया जाएगा। अमेरिका प्रायोजित प्रस्ताव पर शुक्रवार को रूस और चीन की ओर से वीटो किए जाने के बाद नया प्रस्ताव लाया गया है। अमेरिका के प्रस्ताव में इजराइल-हमास युद्ध को लेकर ‘‘ तत्काल और स्थायी संघर्ष विराम’’ की मांग की गई थी। अमेरिका ने चेताया कि सोमवार सुबह जिस प्रस्ताव पर मतदान होना है उससे अमेरिका, मिस्र और कतर की ओर से शत्रुता रोकने के लिए किए जा रहे प्रयास प्रभावित हो सकती है। ऐसा होता है तो इस नए प्रस्ताव पर भी वीटो किए जाने की संभावना बढ़ जाएगी और इस बार वीटो अमेरिका करेगा।

पहले शनिवार को होना था मतदान 

इस प्रस्ताव को सुरक्षा परिषद के 10 निर्वाचित सदस्यों द्वारा लाया गया है जिसे रूस और चीन तथा संयुक्त राष्ट्र में 22 देशों के अरब समूह का समर्थन प्राप्त है। रामजान माह 10 मार्च से नौ अप्रैल तक है। इसका मतलब है कि अगर प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाती है तो संघर्ष विराम की अवधि केवल दो सप्ताह ही रहेगी। हालांकि मसौदे में कहा गया है ‘‘स्थायी संघर्ष विराम होना चाहिए।’’ इस प्रस्ताव पर मतदान शनिवार सुबह होना था, लेकिन इसके प्रायोजकों ने सोमवार सुबह तक के लिए इसे स्थगित कर दिया।

हमास आतंकियों ने इजराइल पर किया था हमला 

सुरक्षा परिषद के कई सदस्य उम्मीद कर रहे हैं कि संयुक्त राष्ट्र का सबसे शक्तिशाली निकाय युद्ध समाप्त करने की मांग करेगा। हमास आतंकियों ने इजराइल में सात अक्टूबर को अचानक हमला कर दिया था, जिसमें लगभग 1,200 लोगों की हत्या कर दी थी और करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया था, जिसके बाद युद्ध शुरू हो गया। माना जाता है कि हमास ने अब भी लगभग 100 लोगों को बंधक बना रखा है।

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