IND vs PAK: भारतीय हॉकी खिलाड़ियों को नहीं मिलती सैलरी, पाकिस्तानी कितना कमाते हैं जान कर आ जाएगा तरस

चीन में जारी हॉकी टूर्नामेंट एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में शनिवार 14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच ग्रुप स्टेज का मुकाबला खेला जाएगा. दोनों टीमें 350 दिन के बाद आपस में भिड़ने जा रही हैं. लेकिन हम आपको मुकाबले की नहीं बल्कि इसे खेलने वाले दोनों देश के खिलाड़ियों की सैलरी के बारे में बताने जा रहे हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत के हॉकी खिलाड़ियों को बीसीसीआई की तरह हॉकी इंडिया की ओर से कोई सैलरी नहीं मिलती है. वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के हॉकी खिलाड़ियों की स्थिति तो और भी बदतर है, जिसका खुलासा खुद पूर्व हॉकी प्लेयर अख्तर रसूल ने किया है.
भारत के हॉकी खिलाड़ी कैसे कमाते हैं पैसा?
भारतीय हॉकी टीम ने पिछले कुछ समय में जबरदस्त प्रदर्शन किया है. टीम लगातार 2 ओलंपिक मेडल जीत चुकी है. फिर भी उनकी कमाई भारतीय क्रिकेटर्स के मुकाबले बहुत कम होती है. दोनों खेल में मिल रहे पैसे के अंतर को लेकर फैंस अक्सर सवाल उठाते रहे हैं. वहीं भारत में हॉकी को मैनेज करने वाली संस्था हॉकी इंडिया भी उन्हें सैलरी नहीं देती, ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर उनकी कमाई कैसे होती है. इसका जवाब है सरकारी नौकरी.
दरअसल, भारत में हॉकी खेलने वाले सभी खिलाड़ी किसी ना किसी सरकारी नौकरी में होते हैं. यही भारत के हॉकी खिलाड़ियों की कमाई का मुख्य जरिया है. उनकी सैलरी उस नौकरी से ही आती है. टूर्नामेंट जीतने पर मिलने वाले पैसे का भी खिलाड़ियों के बीच बंटवारा होता है. इसके अलावा हॉकी इंडिया भी इनाम के तौर पर पैसे देती है. पेरिस ओलंपिक में ब्रॉन्ज जीतने पर उसने सभी खिलाड़ियों के लिए 15-15 लाख रुपए इनाम का ऐलान किया था.
पाकिस्तानी खिलाड़ियों की स्थिति बदतर
भारत के हॉकी खिलाड़ियों की कमाई भले ही क्रिकटर्स की तुलना में कम होती है. लेकिन उनकी स्थिति पाकिस्तान के हॉकी खिलाड़ियों से काफी बेहतर है. पाकिस्तानी खिलाड़ियों की सैलरी जानकर आपको तरस आ जाएगा. पाकिस्तान के पूर्व हॉकी प्लेयर और कप्तान अख्तर रसूल ने मौजूदा स्थिति के बारे में खुलासा किया है. हॉकी वर्ल्ड कप में 2 गोल्ड जीत चुके रसूल ने पाकिस्तानी चैनल जियो न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि हॉकी प्लेयर्स के लिए कोई सैलरी तय नहीं है. जब टीम का कैंप लगता है तो प्लेयर्स को 1 हजार या 2 हजार रुपए दे दिए जाते हैं.
उन्होंने ये भी खुलासा कि खिलाड़ियों के लिए सरकारी नौकरी भी खत्म कर दी गई है. इसका नतीजा यह हुआ है कि खिलाड़ी अपने घर का बिजली बिल भी नहीं चुका पाते हैं. इतना ही नहीं बाहर जाने पर पाकिस्तान के हॉकी खिलाड़ियों के लिए 150 डॉलर तय हैं लेकिन उन्हें वो भी नहीं दिया जाता है.
भारत-पाकिस्तान में किसका पलड़ा भारी?
भारत और पाकिस्तान के बीच अब तक हॉकी के 180 मुकाबले खेले गए हैं. इसमें पाकिस्तान की टीम ने 82 मैच जीते हैं, वहीं भारत ने 66 मुकाबलों में जीत दर्ज की है, जबकि 32 मैच ड्रॉ रहे हैं. हालांकि, पिछले 11 सालों में यानि 2013 के बाद से पाकिस्तान पर भारत हावी रहा है. इस दौरान 25 मैच खेले हैं, जिसमें टीम इंडिया ने 16 और पाकिस्तानी हॉकी टीम ने 5 मैच जीते हैं, जबकि 4 ड्रॉ मुकाबले ड्रॉ रहे.
एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में दोनों टीमें 11 बार भिड़ चुकी हैं, जिसमें 7 मैच भारत के नाम रहा और 2 पाकिस्तान के नाम और 2 मुकाबले ड्रॉ रहे. एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में जब पिछली बार दोनों टीमें आमने-सामने हुई थीं तब भारत ने पाकिस्तान को 10-2 से हराया था.

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