भारत-नेपाल बॉर्डर पर फल-फूल रहा था ऐसा गोरखधंधा कि पुलिस-पब्लिक सब हैरान!
भारत-नेपाल सीमा पर पुलिस ने काले कारोबार के गिरोह को लेकर बड़ा खुलासा किया है. दरअसल भारत-नेपाल सीमा पर जाली नोट का कारोबार चल रहा है. इस मामले में पूर्वी चंपारण जिला में रक्सौल पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने रक्सौल थाना क्षेत्र से बड़ी मात्रा में जाली नोट और चरस के साथ चार तस्करों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार तस्करों के पास से 4 लाख 13 हजार 800 के जाली नोट, 1 किलो 20 ग्राम चरस, एक स्कूटी, तीन बंडल जाली नोट छापने के कागज, आठ कार्टिज, एक पेपर कटिंग मशीन और चार रंगों के इंक के डब्बा समेत जाली नोट छापने के कई सामान जब्त किए गए हैं.
पुलिस गिरफ्तार चारों तस्करों से पूछताछ कर रही है. एसपी कान्तेश कुमार मिश्रा ने बताया कि रक्सौल थाना क्षेत्र में कुछ तस्करों को जाली नोट और मादक पदार्थ के एक बड़ी खेप के साथ आने की गुप्त सूचना मिली थी. सूचना के सत्यापन के बाद रक्सौल डीएसपी धीरेंद्र कुमार के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई.
रक्सौल डीएसपी के नेतृत्व में बनी रक्सौल थाना पुलिस और आसूचना इकाई की टीम ने रक्सौल के ब्लॉक रोड में नाकेबंदी कर सघन जांच अभियान चलाया. उसी दौरान एक स्कूटी सवार युवक को रोककर उसकी तलाशी ली गई, तो उसके पास रखे बैग से चरस और जाली नोट की बड़ी खेप बरामद की गई. गिरफ्तार तस्करों में सीवान के नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले मो. युसुफ उर्फ पप्पू, नीरज कुमार और रवि कुमार के अलावा गुठनी थाना क्षेत्र के सूरज कुमार गिरी शामिल हैं.
गिरफ्तार तस्करों के पास से दो सौ रुपया के 1341 और एक सौ रुपया के 1456 संख्या में जाली नोट बरामद हुए हैं. पुलिस जाली नोट के सिंडिकेट के बारे में जानकारी के लिए गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ कर रही है. वहीं भारत-नेपाल बार्डर पर इस तरह से चरस तस्करी और जाली नोटों की बिजनेस करने वाले गिरोह का एक्टिव होना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाता है.