भारतीय वायुसेना को मिली पहली स्वदेशी मिसाइल ‘Astra’, हवा में ही दुश्मन को तबाह करने में सक्षम

भारतीय वायुसेना को पहली स्वदेशी अस्त्र मिसाइल (Astra Missile) मिल गई है. रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस मिसाइल को हवा से हवा में ही दागी जा सकती है. बड़ी बात यह है कि जहां से पायलट भी देख नहीं सकता है, वहां भी यह मिसाइल सटीक हमलाकर तबाही मचा सकती है. पिछले साल ही तेजस लड़ाकू विमान से इस अस्त्र मिसाइल की टेस्टिंग की गई थी.

अस्त्र मिसाइल हवा से हवा में मार करने वाली स्वदेशी मिसाइल है जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने तैयार किया है. यह मिसाइल बेयॉन्ड विजुअल रेंज में भी हमला करने में सक्षम है यानी जहां से किसी फाइटर जेट या हेलिकॉप्टर का पायलट अटैक नहीं देख सकता है, उसके बाद भी यह सटीक निशाना लगाने में माहिर है. हाल ही में तेजस फाइटर जेट से इसकी फायरिंग की गई थी.

अभी इस मिसाइल के पहले वैरिएंट को मिग-29 यूपीजी मिग-29के, सुखोई सू-30एमकेआई, तेजस एमके.1-1A में लगाया गया है. भविष्य में इस मिसाइल को टेडबीएफ फाइटर जेट्स, एएमसीए और तेजस एमके 2 में भी लगाया जाएगा. भारतीय वायुसेना पुरानी माइका मिसाइल की जगह स्वदेशी अस्त्र पर भरोसा जता चुकी है.

अस्त्र मिसाइल में ढेरों खासियत

अस्त्र मिसाइल अपने में कई खासियत समेटे हुए है. इस मिसाइल को करीब 20,000 फिट की ऊंचाई से भी दागा जा सकता है. इसमें ऑप्टिकल प्रॉक्सीमिटी फ्यूज लगा हुआ है. यानी यह मिसाइल लगातार टारगेट पर नजर बनाए रखती है. हवा में दुश्मन कितना भी दाएं-बाएं हो, उससे टकराकर ये मिसाइल फट जाती है, या फिर जैसे ही टारगेट तय दूरी से नजदीक आता है. वहां धमाका कर देती है.

मिसाइल का वजन करीब 154 किलोग्राम तक है और यह 12.6 फीट लंबी है जबकि इसका व्यास 7 इंच है. इसमें हाई-एक्सप्लोसिव या प्री-फ्रैगमेंटेड एचएमएक्स हथियार भी लगा सकते हैं. यह मिसाइल अपने साथ करीब 15 किलोग्राम तक का हथियार भी ले जा सकती है. मिसाइल में ड्यूल थ्रस्ट पल्स्ड रॉकेट मोटर लगा हुआ है, जिससे इसकी स्पीड बढ़ाई जा सकती है.इस अस्त्र मिसाइल की रेंज 160 किलोमीटर है.

स्टैंड ऑफ रेंज भी संभव

मिसाइल के पास 66 हजार फीट तक की उड़ान भरने की क्षमता है. यह 5556.6 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दुश्मन की ओर जाती है. इसकी स्पीड इतनी तेज है कि दुश्मन को बचने का मौका भी नहीं मिलेगा. एक अच्छी बात यह है कि इसे टारगेट की ओर छोड़ने के बाद बीच हवा में ही इसकी दिशा भी बदली जा सकती है.

यह मिसाइल फाइबर ऑप्टिक गाइरो बेस्ट इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम पर काम करती है. मतलब यह हुआ कि इसे डेटा लिंक के जरिए निर्देश देकर मिड कोर्स अपडेट कर सकते हैं. इस तरह की मिसाइलें फाइटर जेट को स्टैंड ऑफ रेंज मुहैया कराते हैं. स्टैंड ऑफ रेंज का अर्थ यह हुआ कि दुश्मन पर मिसाइल दाग करके खुद उसके हमले से बचने का समय निकाल लेता है.

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