मालदीव में तैनात भारतीय सैनिकों की 10 मार्च से पहले होगी वापसी, दोनों देशों के बीच हुई सहमति; राष्ट्रपति ने संसद में की घोषणा

मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू (Maldivian President Mohamed Muizzu) ने संसद में भारत और भारतीय सैनिकों को लेकर अपना रुख साफ किया।

मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने सोमवार को कहा कि भारत और मालदीव इस साल 10 मार्च से पहले मालदीव में तैनात भारतीय सैनिकों के पहले समूह को वापस भेजने पर सहमत हुए हैं। मालदीव स्थित सन ऑनलाइन ने बताया।

19वीं संसद के आखिरी सत्र के उद्घाटन पर अपने पहले अध्यक्षीय वक्तव्य में उन्होंने कहा कि भारत के साथ अपने सैनिकों को वापस भेजने के लिए बातचीत जारी है। स्थानीय समाचार सन ऑनलाइन के अनुसार, “उन्होंने कहा कि भारतीय सेना 10 मार्च, 2024 तक मालदीव में तीन विमानन प्लेटफार्मों में से एक से सैन्य कर्मियों को स्थानांतरित कर देगी। उन्होंने कहा कि शेष दो प्लेटफार्मों के सैन्य कर्मी 10 मई तक चले जाएंगे।”

पिछले हफ्ते मालदीव और भारत के बीच उच्च स्तरीय कोर ग्रुप की दूसरी बैठक नई दिल्ली में हुई थी।

राष्ट्रपति मुइज्जू मालदीव के सुरक्षा को लेकर सजग

राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा कि उनका अपने लोगों से एक राष्ट्रपति होने के नाते यही वादा है कि मालदीव के लोगों की स्वतंत्रता और संप्रभुता की रक्षा वह करें। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के लिए मालदीव के अधिकांश लोगों का समर्थन “मालदीव से विदेशी सैनिकों को वापस लेने, मालदीव के समुद्र के खोए हुए हिस्से को वापस पाने और राज्य द्वारा किए गए किसी भी समझौते को रद्द करने की प्रतिज्ञा है जो मालदीव की संप्रभुता को कमजोर कर सकता है।”

‘मालदीव की नीति को प्राथमिकता देना हमारा मुख्य सिद्धांत’

सन ऑनलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, संसद में अपने संबोधन में मोहम्मद मुइज्जू ने घोषणा की कि वह विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) को 24 घंटे बनाए रखने के लिए मालदीव सेना की क्षमता स्थापित करेंगे। उन्होंने कहा कि मालदीव के मामलों को चलाने में उनकी सरकार का मुख्य सिद्धांत लोगों और देश या ‘प्रो मालदीव’ की नीति को प्राथमिकता देना है।

मालदीव में तैनात हैं भारत के 70 सैनिक

गौरतलब है कि मालदीव में भारतीय सैनिकों को हटाना मुइज्जू की पार्टी का मुख्य अभियान था। वर्तमान में, मालदीव में डोर्नियर 228 समुद्री गश्ती विमान और दो एचएएल ध्रुव हेलीकॉप्टरों के साथ लगभग 70 भारतीय सैनिक तैनात हैं।

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *