इन्वेस्टर समीर अरोड़ा का दावा, बोले- जेमिनी AI की असफलता के चलते उन्हें निकाल सकती है कंपनी
गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के CEO सुंदर पिचाई जल्द ही रिजाइन कर सकते हैं या उन्हें कंपनी से निकाल दिया जाएगा। हेलिओस कैपिटल के फाउंडर समीर अरोड़ा ने यह बात कही है। इन्वेस्टर समीर अरोड़ा का मानना है कि जेमिनी AI के विफल होने के चलते कंपनी सुंदर पिचाई को कंपनी से निकालने का फैसला ले सकती है।
एक यूजर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर समीर अरोड़ा से गूगल के दुनिया भर में रिलीज AI चैटबॉट जेमिनी को लेकर हुई कंट्रोवर्सी पर उनका ओपनियन मांगा। इस पर जवाब देते हुए समीर अरोड़ा ने कहा, ‘मेरा मानना है कि सुंदर पिचाई को निकाल दिया जाएगा या वे इस्तीफा दे देंगे- जैसा कि उन्हें करना चाहिए। जेमिनी-AI को लीड करने के बाद भी वे इस पर पूरी तरह से विफल हो गए हैं, जबकि दूसरी कंपनियों ने AI पर टेकओवर कर लिया है।’
3 महीने पहले गूगल ने लॉन्च किया था जेमिनी
गूगल ने चैटजीपीटी को टक्कर देने के लिए अपने नए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल, जेमिनी (Gemini) को 3 महीने पहले लॉन्च किया था। दरअसल, तब गूगल ने चैटबॉट बार्ड को जेमिनी के रूप में रीब्रांड किया था। ये AI टूल इंसानों की तरह व्यवहार करने के लिए डिजाइन किया गया है।
गूगल का दावा है कि जेमिनी समझने, तर्क करने, कोडिंग और प्लानिंग में अन्य मॉडलों से बेहतर काम करता है। गूगल के अनुसार, यूजर अब 230 से ज्यादा देशों और क्षेत्रों में 40 से ज्यादा भाषाओं में जेमिनी प्रो 1.0 मॉडल के साथ जुड़ सकते हैं।
यह गूगल के वन AI प्लान का ही एक हिस्सा है। इसकी कीमत भी तय की गई है। इसे 19.99 डॉलर में प्रति माह कीमत पर लिया जा सकता है। हालांकि शुरुआती दो महीने के लिए यह पूरी तरह मुफ्त है।
कंपनी के CEO सुंदर पिचाई ने कहा था कि यह गूगल में AI के एक नए युग की शुरुआत है। जेमिनी गूगल का लेटेस्ट लार्ज लैंगवेज मॉडल (LLM) है। पिचाई ने पहली बार जून में I/O डेवलपर कॉन्फ्रेंस में इसे टीज किया था।
मैसिव मल्टीटास्क लैंग्वेज अंडरस्टैंडिंग मॉडल पर बेस्ड है जेमिनी
जेमिनी मैसिव मल्टीटास्क लैंग्वेज अंडरस्टैंडिंग मॉडल (MMLU) पर बेस्ड है। जेमिनी मॉडल के अल्ट्रा वैरिएंट ने तर्क करने और तस्वीरों को समझने समेत 32 बेंचमार्क टेस्ट में से 30 में ChatGPT 4 से बेहतर प्रदर्शन किया है। जेमिनी प्रो ने 8 में से 6 बेंचमार्क टेस्ट में ChatGPT के फ्री वर्जन GPT 3.5 से बेहतर प्रदर्शन किया है।
बड़े डेटासेट से ट्रेन होते हैं लार्ज लैंग्वेज मॉडल
लार्ज लैंग्वेज मॉडल एक डीप लर्निंग एल्गोरिदम है। इन्हें बड़े डेटासेट का इस्तेमाल करके ट्रेन किया है। इसीलिए इसे लॉर्ज कहा जाता है। यह उन्हें ट्रांसलेट करने, प्रेडिक्ट करने के अलावा टेक्स्ट और अन्य कंटेंट को जनरेट करने में सक्षम बनाता है।
लॉर्ज लैंग्वेज मॉडल को न्यूरल नेटवर्क (NNs) के रूप में भी जाना जाता है, जो मानव मस्तिष्क से प्रेरित कंप्यूटिंग सिस्टम हैं। लार्ज लैंग्वेज मॉडल को प्रोटीन संरचनाओं को समझने, सॉफ्टवेयर कोड लिखने जैसे कई कामों के लिए ट्रेन किया जा सकता है।
क्यों कंट्रोवर्सी में आया जेमिनी AI
जैमिनी अपनी लॉन्चिंग के बाद से ही विवादों में है। गूगल ने 23 फरवरी को अपने एक AI इमेज जनरेटर के गलत रोलआउट को लेकर माफी भी मांगी थी। गूगल के जेमिनी ने यह माना कि कुछ मामलों में उनका टूल सही काम नहीं करता है। इस विवाद के बढ़ने के बाद गूगल ने अपने जेमिनी AI के इमेज जनरेटर को अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला भी लिया।