जैकी श्रॉफ ने बताया कि वह किस धर्म को मानते हैं और अपने बेटे टाइगर श्रॉफ को किस धर्म में जाने की सलाह देते हैं
जैकी श्रॉफ हमारी बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री के एक मशहूर अभिनेता हैं, जो हमेशा अपने विचारों को खुलकर साझा करते हैं। वे खुले विचारधारा वाले व्यक्ति हैं। मुख्य रूप से देखा जाए तो जैकी श्रॉफ किसी एक विशेष धर्म के पक्षपाती नहीं हैं। उनके पिता गुजराती थे और उनकी मां एक सुरती महिला थीं। उन्होंने एक इंटरव्यू में खुलकर बताया कि उन्होंने बचपन से ही किसी विशेष धर्म को मानने का निर्णय नहीं लिया है।
जैकी श्रॉफ ने अपने धर्म के बारे में वर्णन करते हुए बताया कि वह बचपन से ही सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि वे गणपति की पूजा करते हैं और जहां भी उन्हें पूजा के लिए बुलाते हैं, वे सम्मान के साथ जाते हैं और पूजा भी करते हैं। वे मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे और अन्य जगहों पर मत्था टेकते हैं और भगवान की पूजा करते हैं। जैकी ने यह भी बताया कि वे दरगाह भी जाते हैं और वहां पर भी दुआ करते हैं। उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है, वे सभी धर्मों को एक समान नजरिये से देखते हैं।
जैकी श्रॉफ ने इंटरव्यू के दौरान बताया कि वह अपने बेटे टाइगर श्रॉफ और बेटी को धर्म की सीख देते हैं। उन्होंने अपने बच्चों को धर्म के मामले में यह सीखाया है कि हमारा धर्म उन्हें अपनी मां के पैर छूने और मां का सम्मान करने में स्थित है। उन्होंने बताया कि जब उनके बच्चे पूछते हैं कि हमारा धर्म कौन सा है, तो उन्होंने उन्हें यही समझाया है कि “एक अच्छे इंसान बनो”। जैकी ने यह भी समझाया है कि हर व्यक्ति को एक अच्छा इंसान होना महत्वपूर्ण है और सभी धर्मों में एकता है। उन्होंने कहा कि सभी धर्म एक ही बात को सिखाते हैं, यानी भगवान एक है और हमें सभी लोगों का सम्मान करना चाहिए।
जैकी श्रॉफ ने अपनी बड़ी भाई के मदद करते हुए उनकी मौत का जिक्र करते हुए बताया कि उन्हें मदद करने की आदत उनके रग-रग में समाई हुई है। उनके भाई का एक दोस्त समुद्र में डूब रहा था और उनके भाई को तैरना नहीं आता था। लेकिन जैकी ने उसकी जान बचाने के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना समुद्र में जाकर उसे बचाने की कोशिश की। यह उनकी अनूठी कहानी है जो दिखाती है कि जैकी के दिल में दूसरों की सहायता करने का बहुत बड़ा स्नेह और साहस है।
जैकी श्रॉफ की मदद करने की आदत उनके बचपन से ही है, क्योंकि उनका परिवार ऐसी सहायता को सदैव महत्व देता रहा है। इसलिए जैकी भी इस मूल्यवान परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, जो लोग दुखी और परेशान होते हैं, उनकी सहायता के लिए दिल से तत्पर हो जाते हैं।