जयशंकर से दक्षिण कोरिया में पूछा गया मणिपुर हिंसा पर सवाल, जानें मोदी के ‘चाणक्य’ ने क्या जवाब दिया?
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि मणिपुर में जो कुछ हुआ वह बहुत दुखद है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत के सभी लोग पूर्वोत्तर के इस राज्य में स्थिति को सामान्य होते देखना चाहते हैं। जयशंकर दक्षिण कोरिया और जापान की अपनी चार दिवसीय यात्रा के पहले चरण में आज शाम सियोल में भारतीय समुदाय को संबोधित कर रहे थे। भारत और प्रवासी भारतीय समुदाय से जुड़े कई प्रश्न पूछे जाने के बीच समुदाय के एक सदस्य ने उनसे मणिपुर में स्थिति के बारे में भी पूछा।
मणिपुर के लिए पूरा देश कर रहा प्रार्थना’
विदेश मंत्री ने कहा, ”यह कैसे हुआ? सरकार ने ऐसा कैसे होने दिया? इस संदर्भ में, आप जानते हैं कि ऐसा कोई व्यक्ति नहीं होगा, जिसे वहां जो कुछ हो रहा है उस पर अफसोस न हो। मेरा मतलब है कि वहां जो कुछ हुआ वह वास्तव में दुखद है और यह समुदायों के घनिष्ठ रूप से आपस में घुलने-मिलने के कारण दुखद है, जिससे इस हद तक हिंसा होती है कि निपटना बहुत मुश्किल हो जाता है।” जयशंकर ने कहा, ”मुझे लगता है, पूरा देश मणिपुर के लिए प्रार्थना कर रहा है। मेरे कहने का यह मतलब है कि लोग सामान्य स्थिति देखना चाहेंगे, वे कानून व्यवस्था बहाल होते देखना चाहेंगे।”
मणिपुर में मई 2023 से जारी है हिंसा
मणिपुर में 3 मई, 2023 से मेइती और कुकी समुदायों के बीच हिंसा में वृद्धि देखी गई है। हिंसा की घटनाओं में करीब 200 लोग मारे गए हैं। मेइती समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्जे की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के बाद राज्य में हिंसा भड़की थी। मणिपुर के बारे में सवाल का विशेष रूप से जवाब देने से पहले, जयशंकर ने बताया कि कैसे केंद्र में मौजूदा सरकार ने ‘लुक ईस्ट’ और ‘एक्ट ईस्ट’ को व्यवहार में तब्दील कर दिया और वहां कई परियोजनाएं लागू की।