Jyotish Shastra: जेल जाने के पीछे ये ग्रह हो सकते हैं मुख्य कारण, जानिए कैसे और कब बनता है बंधन योग और इससे छुटकारा पाने का उपाय
Jyotish Shastra Bandhan Yog: ज्योतिष विज्ञान में ग्रहों की स्थिति पर बड़ी बारीकी से ध्यान रखा जाता है. साथ ही यह भी बताया गया है कि ग्रहों की बदलती स्थिति से कई प्रकार के योग और ग्रह दशाओं का निर्माण होता है, इसमें से एक है बंधन योग.
ज्योतिष विद्वानों के जिस व्यक्ति की कुंडली में बंधन योग का निर्माण होता है, उनपर किसी भी समय जेल जाने का खतरा बन रहता है. इसके साथ इस योग के कारण जीवन में कई प्रकार के अन्य समस्याएं भी उत्पन्न होती हैं. आइए जानते हैं कब और कैसे बनता है बंधन योग और कैसे पाया जा सकता है इससे छुटकारा.
जेल जाने के योग कब बनते हैं?
- ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि यदि व्यक्ति के कुंडली के दूसरे, पांचवें या नवम भाव में यदि कोई पीड़ित ग्रह उपस्थित होता है तो ऐसे में व्यक्ती के जेल जाने के योग बनते हैं. साथ बारहवें भाव में शनि मौजूद हैं और उनके साथ कोई अशुभ ग्रह आता है तो ऐसे में भी बंधन योग का निर्माण होता है.
- ज्योतिष विद्वान बताते हैं कि जिस व्यक्ति की कुंडली में राहु का प्रकोप पड़ रहा है, तो यह कारावास के योग बनाता है. इस दौरान राहु विद्रोह की भावना को पैदा करता है. साथ प्रतिद्वंदी व्यक्ति पर झूठे आरोप भी लगा सकते हैं.
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- बता दें कि शनि ग्रह को न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है और वह जातक को कर्मों के अनुसार, फल प्रदान करते हैं. जब व्यक्ति की कुंडली में शनि की महादशा, अंतर्दशा या साढ़ेसाती चलती है तो व्यक्ति को बीते समय में किए गए बुरे कर्मों का फल मिलता है.
- ज्योतिष विद्वान यह भी बताते हैं कि मंगल ग्रह को उग्र ग्रह भी कहा जाता है, ऐसा इसलिए क्योंकि यह व्यक्ति को विपरीत समय में क्रोध और बुरे विचार देता है, ऐसे में इस दौरान व्यक्ति कोई गलत कदम भी उठा सकता है. इसलिए मंगल ग्रह के कारण भी बंधन योग बन सकता है.
बंधन योग से बचने के उपाय
धर्म शास्त्रों में यह बताया गया है कि जो व्यक्ति बुरे कर्म करता है, उन्हें उसका बुरा फल जरूर मिलता है. इसलिए व्यक्ति को हमेशा धर्म के पथ पर रहकर कार्य करना चाहिए और बुरे कर्म नहीं करने चाहिए. इसके साथ यदि राहु के कारण समस्याएं आ रही हैं तो भगवान शिव की उपासना जरूर करनी चाहिए. इसके साथ शनि देव को प्रसन्न करने के लिए और उनके प्रकोप को दूर करने के लिए भगवान शिव के साथ-साथ हनुमान जी की उपासना को भी महत्वपूर्ण माना जाता है. ऐसा करने से अन्य कई प्रकार की समस्याएं भी दूर हो जाती है.
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई सभी जानकारियां सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं. India.Com इसकी पुष्टि नहीं करता. इसके लिए किसी एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.