जो कैकेयी बनीं थी राम के वनवास की वजह, उसे शिल्पा सकलानी ने बताया ‘सिंबल’, बोलीं- ‘रामायण की सबसे बड़ी सीख…’

टीवी पर रामानंद सागर की ‘रामायण’ खूब पसंद किया गया. इसके चर्चे आज भी होते हैं. समय-समय पर अलग-अलग मेकर्स ने ‘रामायण’ पर आधारित टीवी सीरियल्स बनाए हैं. इन दिनों टीवी पर ‘श्रीमद रामायण’ का प्रसारण हो रहा है. इसमें भगवान राम के मूल्यों और शिक्षाओं को उनके शुद्धतम रूप में प्रजेंट किया जा रहा है. शो को ऑन एयर होते हुए 1 महीना ही हुआ है और उसकी रेटिंग अच्छी चल रही है. इसमें कैकेयी का किरदार शिल्पा सकलानी ने निभाया है. शिल्पा का कहना है कि अन्य लोगों की तरह कैकेयी का भी कहानी में बहुत बड़ा योगदान है.

शिल्पा सकलानी का कहना है कि कई लोग उनके किरदार को नेगेटिव बताते हैं, लेकिन उनके स्वभाव के कई पहलू हैं. शिल्पा सकलानी ने ईटाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा,“रानी कैकेयी का कैरेक्टर के बहुत रंग हैं. प्यार और महत्वाकांक्षा के बीच उनके आंतरिक संघर्ष को ऑनस्क्रीन दिखाने में बहुत गहराई वाले कलाकार की जरूरत है.”

शिल्पा सकलानी ने कहा, “वह एक रानी है, जो अपने पति से प्यार करती है, लेकिन वह मंथारा द्वारा भड़काई जा रही असुरक्षाओं से नहीं लड़ सकती. वह ऐसा विकल्प चुनती है जो आखिर में उनके परिवार को तोड़ देता है. कैकेयी मानव स्वभाव की टफ फीलिंग की सिंबल हैं और दिखाती हैं कि दूसरों के उद्देश्यों के लिए असुरक्षाओं का उपयोग कैसे किया जा सकता है.”

शिल्पा सकलानी ने बताई क्या थी सबसे बड़ी सीख

शिल्पा सकलानी ने कहा,”यह रामायण की सबसे बड़ी सीख में से एक है. योद्धा, राजनयिक और सबसे फेवरिट रानी कैकेयी में नकारात्मक चरित्र के अलावा भी बहुत कुछ है.” रामायण के मुताबिक, कैकेयी भगवान राम के 14 साल के वनवास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती नजर आएंगी.

श्रीराम ने दी राजा जनक को सीख

‘श्रीमद रामायण’ के लेटेस्ट एपिसोड में भगवान राम और देवी सीता के विवाह के दौर को दिखाया जा रहा है. शो के नए प्रोमों में दिखाया गया है कि राजा जनक अनुष्ठानों के अनुसार भगवान राम के पैर छूते हैं. हालांकि, भगवान राम ने उन्हें मना किया और कहा कि यह सही नहीं है कि एक पिता अपने बेटे के पैर छुए. जब राजा जनक उन्हें समझाने की कोशिश करते हैं कि यह प्रथा है, तो दूसरी ओर भगवान राम उन्हें इस अनुष्ठान के पीछे का तर्क समझाते हैं. वह बताते हैं कि दूल्हे के पैर धोए जाते हैं ताकि वह पवित्र और शुद्ध पैरों के साथ एक नए रिश्ते की शुरुआत कर सके, लेकिन इसके लिए किसी को भी बेटे के पैर छूने की आवश्यकता नहीं है.

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