Landlord Rights: मकान मालिकों के लिए बनाए गए है ये तीन कानूनी अधिकार, जिसे जानना है बेहद जरूरी
कई सारे लोग ज्यादातर शहरों में लोगों को रहने के लिए मकान या व्यापार के लिए घर या रूम को किराये पर देते हैं। इससे मकान मालिक को आर्थिक फायदा भी होता है लेकिन आज के समय में कई बार किरायेदार कई तरीकों से अपनी मनमानी करते हैं और उससे मकान मालिक को कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
अगर आप भी मकान मालिक हैं तो आपको अपने कुछ अधिकारों के बारे में पता होना चाहिए। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि ऐसे कौन से अधिकार हैं जो आपको जरूर पता होने चाहिए।
अगर नहीं खाली करता है किरायेदार ने आपका मकान या रूम
कई बार कुछ किरायेदार मकान या रूम खाली नहीं करते हैं और जबरन कब्जा जमा लेते हैं। आपको बता दें कि यदि आपका किरायेदार घर, रूम या फिर दुकान खाली नहीं करता है.
तो फिर आप कोर्ट में उस किरायेदार के खिलाफ रेंट अग्रीमेंट को प्रूफ की तरह दिखा सकते हैं कि आपने अपनी प्रॉपर्टी को किराये पर दिया था जो की कम अवधि का था साथ ही आपको यह बताना होगा.
कि सरकार का इसमें टैक्स से संबंधित लाभ नहीं होगा यदि वह एग्रीमेंट 11 साल का है तो किरायेदार को उस घर में ठहरने का अधिकार नहीं मिलता है। इस प्रकार मकान मालिक को केस में मदद भी मिल जाती है।
डॉक्यूमेंट का वेरिफिकेशन है जरूरी
आपको बता दें कि किरायेदार को मकान में रखने से पहले आपको उसके डॉक्यूमेंटस का पुलिस वेरिफिकेशन जरूर करवाना चाहिए। इससे आपको यह पता चल सके की किरायेदार का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड है या नहीं।
इसका अधिकार मकान मालिक का होता है। यह अधिकार आपको अवश्य पता होना चाहिए ताकि आगे चलकर आपको अपने किरायेदार की वजह से किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े।
यह अधिकार भी जरूर जान लीजिए
आपको बता दें कि मॉडल टेनेंसी एक्ट की धारा 21 और 22 के अनुसार रेंट एग्रीमेंट एक तय समय तक ही लीगल होता है। आपको बता दें कि अगर एग्रीमेंट की तारीख पूर्ण हो जाती है.
और एग्रीमेंट रिन्यू नहीं होता तो ऐसे केस में किराएदार को घर खाली करना होगा लेकिन अगर किराएदार घर खाली नहीं करता है तो फिर उसे मकान मालिक को बढ़ा हुआ किराया देना होगा।
यह मकान मालिक पर निर्भर करता है कि वह कितना किराया बढ़ाता है। आपको बता दें कि अगर आप किसी किरायेदार को रेंट पर घर या रूम देते हैं तो आपको उसके पूर्व मकान मालिक से भी बात करनी चाहिए.
ताकि आपको यह पता रहे कि उसने सही समय पर घर का किराया दिया है या नहीं। इन सभी अधिकारों को ध्यान में रखकर आपको अपना घर या रूम किराये पर देना चाहिए ताकि भविष्य में आपको परेशानी का सामना ना करना पड़ें।