उन्मुक्त चंद की तरह भारत छोड़ दूसरे देश से खेलने वाला है ये भारतीय खिलाड़ी! BCCI से तंग आकर उठाएगा कदम

टीम इंडिया को हाल ही में अंडर-19 वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन एक खिलाड़ी ऐसा भी रहा है, जिसने अपनी कप्तानी में अंडर 19 फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर भारत को खिताब जिताया था. ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि उन्मुक्त चंद हैं. 30 वर्षीय खिलाड़ी ने 2012 में शानदार प्रदर्शन करते हुए मेन इन ब्लू की कप्तानी करते हुए खिताब जीता था.

शानदार प्रदर्शन के बाद उम्मीद थी कि उन्मुक्त को टीम इंडिया में मौका जरूर मिलेगा. लेकिन कड़ी मेहनत के बावजूद वह सीनियर टीम तक नहीं पहुंच सके. ऐसे में अपनी बेहतरी के लिए इस खिलाड़ी ने 28 साल की उम्र में भारत छोड़ दिया और अमेरिका से अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की. अब एक और खिलाड़ी भी ऐसा ही कुछ यही जल्द कर सकता है. आइए आपको बताते हैं कौन है वो खिलाड़ी

दरअसल जो खिलाड़ी जल्द ही उन्मुक्त चंद (Unmukt Chand) की राह पर चल सकता है वो कोई और नहीं बल्कि इशान किशन हैं. मालूम हो कि इशान किशन लंबे समय से टीम इंडिया से दूर हैं. उनके बाहर रहने का एकमात्र कारण यह है कि उन्होंने मानसिक थकान के कारण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट से अपना नाम वापस ले लिया था. लेकिन इसके बाद उन्हें किसी भी सीरीज के लिए भारतीय टीम में जगह नहीं मिली. आपको बता दें कि ईशान ने मानसिक थकान के कारण छुट्टी मांगी थी. क्योंकि वह पिछले एक साल से लगातार टीम के साथ थे.

किशन को मौके नहीं मिल रहे

हालांकि टीम इंडिया के साथ लगातार रहने के बावजूद ईशान किशन को लगातार मौके नहीं मिले. उन्हें तभी मौके मिले जब कोई बड़ा खिलाड़ी उपलब्ध नहीं था. पिछले साल वनडे मैच के दौरान भी विकेटकीपर को यह कहकर बाहर रखा गया था कि उन्हें टी20 में प्राथमिकता मिलेगी.

 

 

लेकिन मौजूदा हालात को देखकर ऐसा लग रहा है कि अब उन्हें टी20 में भी प्राथमिकता नहीं मिलेगी. ईशान की जगह जितेश शर्मा को विकेटकीपर खिलाड़ी माना जा रहा है. इन सभी बातों के आधार पर देखें तो ऐसा ही लगता है. बीसीसीआई ने ईशान के रूप में एक और उन्मुक्त चंद (Unmukt Chand)तैयार कर रहा है.

ईशान किशन ने मिले हुए मौकों को बुनाया

आपको बता दें कि उन्मुक्त चंद (Unmukt Chand) ने घरेलू क्रिकेट में कई बार शानदार प्रदर्शन किया है. लेकिन इसके बावजूद उन्हें टीम इंडिया में मौका नहीं मिला. अब अगर ईशान का उदाहरण देखें तो उनका भी हाल कुछ ऐसा ही है. ईशान को जब भी भारत के लिए खेलने का मौका मिलता है. उन्होंने शानदार खेल दिखाया है.

चाहे वो एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ खेली गई 82 रनों की पारी हो. या फिर विकेटकीपर के नाम बांग्लादेश वनडे सीरीज में दोहरा शतक हो. ईशान हर मौके पर खरे उतरे. लेकिन वह प्रबंधक की पहली पसंद नहीं है. इन सभी बातों के आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि बीसीसीआई और चयनकर्ताओं के इस रवैये के कारण एक और उन्मुक्त चंद तैयार हो जायगा

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