Liquor: देसी शराब से अंग्रेजी शराब कितनी है अलग, जानिए दोनों में अंतर
शराब का नाम सामने आते ही अलग-अलग ब्रांड के नाम सामने आ जाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अंग्रेजी शराब से देसी शराब बिल्कुल अलग होती है. वहीं देसी शराब खरीदने वाले ग्राहक भी बड़े शहरों में काम करने वाले मजदूर या छोटे शहरों और गांव के लोग होते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि देसी शराब और अंग्रेजी शराब में क्या अंतर (What is the difference between desi liquor and English liquor?) होता है.
शराब कैसे बनती?
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि देसी और अंग्रेजी शराब की मेकिंग में कोई खास अंतर नहीं होता है. इन दोनों को बनाने का तरीका (wine making method) लगभग एक जैसा होता है. बता दें कि देशी शराब को परांपरागत रूप से एक ऐसी प्रक्रिया से तैयार किया जाता है, जो दशकों से चली आ रही है.
ज्यादातर जगहों पर इसे शीरे और अन्य कृषि उत्पादों से बनाया जाता है. इसे समुचित फर्मेंटेशन और डिस्टिलेशन किया जाता है. इसके अलावा देशी दारू की पैकिंग पॉलिथीन की पन्नियों या प्लास्टिक की बोतलों में किया जाता है. वहीं देसी शराब को देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है.
क्या होती है देसी दारू
देशी शराब एक तरह से प्योरिफाइड स्रिट या डिस्टिल्ड होती है. अंग्रेजी शराब बनाने वाली कंपनियां भी अपने लिए स्रिट देशी शराब बनाने वाली कंपनियों से ही खरीदती हैं. हालांकि बाद में इसमें अलग तरह के फ्लेवर मिलाकर अंग्रेजी शराब बनाई जाती है.
वहीं देशी शराब में किसी फ्लेवर का प्रयोग नहीं किया जाता है. इसलिए उसमें वही फ्लेवर आता है, जिससे वो बनी होती है. एक यह भी कारण है कि देशी शराब में एक तेज गंध आती है. वहीं अंग्रेजी शराब को कांच की बोतल में अच्छी पैकिंग करके मार्केट तक पहुंचाया जाता है.
शराब की बिक्री बढ़ी
जानकारी के मुताबिक भारत में बिकने वाली शराब का करीब दो तिहाई हिस्सा देशी शराब का है. भारत में देशी शराब की लगभग 242 मिलियन केस बिकते हैं. बता दें कि ये देश के शराब उद्योग का करीब 30 फीसदी से अधिक है.
इसके अलावा साथ ही यह हर साल सात फीसदी की दर से बढ़ रहा है. देसी शराब में अल्कोहल की मात्रा 42.5 प्रतिशत तक होती है. जानकारी के लिए बता दें कि देशी दारू पीना नुकसानदेह भी हो सकता है, क्योंकि यह एक से अधिक बार डिस्टिल नहीं किया जाता है.
देसी दारू के नाम अलग
अंग्रेजी शराब के ब्रांड पूरे देश में एक नाम से बिकते हैं. लेकिन इससे अलग देशी दारू का नाम हर राज्य में अलग होता है. जैसे टॉल बॉय नाम का दारू पश्चिम बंगाल और झारखंड जैसे पूर्वी राज्यों में खूब बिकता है. इसके अलावा कहीं यह हीर रांझा, घूमर, जीएम संतरा और जीएम लिंबू पंच नाम से भी बिकता है.