इंजीनियरिंग का चमत्कार है ये पुल, समुद्र में ‘गायब’ हो जाती है सड़क, बनावट देखकर होंगे हैरान!
डेनमार्क से स्वीडन को जोड़ता यह पुल (Oresund Bridge) इंजीनियरिंग का चमत्कार है. यह पुल 16 किलोमीटर लंबा है. इसे दोनों देशों के बीच हुए एक एग्रीमेंट के तहत बनाया गया था. यह यूरोप का सबसे लंबा पुल है और उत्तरी सागर को बाल्टिक सागर से जोड़ता है. आपको जानकर हैरानी होगी है कि इस पुल की सड़क समुद्र में ‘गायब’ हो जाती है. इस पुल की बनावट को देखकर आप हैरान होंगे.
Freightlink.co.uk की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस पुल को ऑरेसंड ब्रिज या ऑरेसंड लिंक नाम से जाना जाता है. यह डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन और स्वीडन के शहर माल्मो को जोड़ता है. इसकी बनावट बड़ी ही अद्भुत है. यह पुल तीनों हिस्सों में बना हुआ है- ब्रिज, अंडर सी टनल और एक आर्टिफिशियल आईलैंड. इस कृत्रिम द्वीप का नाम पेबरहोलमेन (Peberholmen) है. पहले आठ किलोमीटर की यात्रा पुल पर की जाती है.
16 किलोमीटर लंबे इस ब्रिज पर चार लेन रोड और दो ट्रेन ट्रेक हैं, जिसे आप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर @lifesucksoff नाम की यूजर द्वारा शेयर किए गए वीडियो में भी देख सकते हैं. यह वीडियो एक मिनट 6 सेकंड का है.
पेबरहोलमेन आईलैंड दोनों छोर के बीच कनेक्शन का काम करता है. यह ब्रिज 7.8 किलोमीटर, टनल 4.1 किलोमीटर और 500 मीटर चौड़ा आईलैंड 4 किलोमीटर में फैला है. इस ब्रिज का कुछ हिस्सा पानी के भीतर है, ताकि इस पर से जहाज भी गुजर पाएं. इस ब्रिज के निर्माण में एक बिलियन डॉलर का खर्च आया था, इसलिए इसे यूरोप के सबसे बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में से एक माना जाता है यहां ‘गायब’ हो जाती है पुल की सड़क
पेबरहोलमेन आईलैंड से सड़क सचमुच समुद्र में ‘गायब’ हो जाती है. हवाई दृश्य से आप देख सकते हैं कि यह कितना विचित्र दिखता है. एक सेकंड के लिए वहां कोई पुल होता है और अगले ही पल के लिए वहां कोई पुल नहीं होता है. वास्तव में पुल की सड़क एक अंडर सी टनल से जाकर मिल जाती है. यह टनल पेबरहोलमेन आईलैंड से कोपेनहेगन के एक उपनगर मानव निर्मित द्वीप कस्ट्रुप तक पहुंचती है.