MLC सीट पर नजर तो नहीं… बिहार में क्या फिर पलटी मारेंगे VIP के मुखिया मुकेश सहनी?
बिहार में विकासशील इंसान पार्टी के सुप्रीमो और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी एक बार फिर से चर्चा में हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रोफाइल की डीपी बदलने के बाद मुकेश सहनी को लेकर सियासी बाजार गरम हो गया है. चर्चा है कि वो एक बार फिर से पाला बदल सकते हैं. सहनी अगर पाला बदलते हैं तो यह पहला मौका नहीं होगा जब वो किसी गठबंधन को छोड़कर दूसरे किसी गठबंधन में जाएंगे.
इससे पहले 2020 के विधानसभा चुनाव से ऐन पहले मुकेश सहनी ने अपना पाला बदलते हुए एनडीए के साथ जाने का फैसला किया था. तब उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर गंभीर राजनीतिक आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने पीठ में छुरा घोपने का काम किया है. हालांकि, इससे पहले मुकेश सहनी महागठबंधन में ही रहकर चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन उनकी पेंच सीट पर फंसी हुई थी.
इसके बाद पाला बदलते हुए वह विधानसभा चुनाव के पहले एनडीए के साथ आए. जहां उनकी पार्टी ने 11 सीटों पर चुनाव लड़ा था. तब उन्होंने यह भी कहा था कि रास्ता भटक गया था. इसके अलावा वीआईपी को एक एमएलसी सीट भी मिली थी. तब मुकेश सहनी बीजेपी के शाहनवाज हुसैन के साथ बिहार विधान परिषद के पार्षद बने थे. इसके बाद बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बने थे.
दो साल बाद फिर बदला फैसला
एनडीए में रहने का मुकेश सहनी का फैसला दो साल बाद फिर बदल गया. 2022 में मुकेश सहनी को मंत्री पद से हटा दिया गया था. इसके बाद उनकी राह एनडीए से धीरे धीरे जुदा होती चली गई. इसके बाद करीब दो सालों तक वो अपनी पार्टी के एजेंडे पर चलते रहे, लेकिन इस साल लोकसभा चुनाव के पहले उन्होंने महागठबंधन का दामन पकड़ लिया. महागठबंधन में शामिल होने के बाद मुकेश सहनी को तीन सीटें गोपालगंज, झंझारपुर और मोतिहारी, राजद ने अपने कोटे से दी थी. हालांकि इन तीनों ही सीटों पर उनकी पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा.
डीपी बदलना कोई इशारा नहीं
वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति अपनी पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी के एक्स प्रोफाइल की डीपी को बदलने और इसे किसी नए समीकरण से जोड़ने की बात को सिरे से खारिज किया है. उन्होंने कहा कि डीपी बदलने का मतलब यह नहीं कि वह किसी गठबंधन में शामिल हो रहे हैं. तिरंगा और देश हर किसी का है. हर किसी को इससे प्यार है. हमारी पार्टी महागठबंधन में है.
केंद्र में सत्तासीन बीजेपी ने पूरे देश में हर घर तिरंगा अभियान को चलाया हुआ है. बीजेपी की इस मुहिम में पार्टी के सभी बड़े नेताओं ने अपनी प्रोफाइल में तिरंगे को लगाया है. ऐसे में मुकेश सहनी की ओर से अपनी प्रोफाइल से तस्वीर को हटाकर तिरंगे को लगाने से इस बात की चर्चा शुरू हो गई कि वह भी बीजेपी के इस अभियान से प्रभावित होकर अपने प्रोफाइल को बदल दिए हैं.
विधान परिषद जाएंगे मुकेश सहनी!
बिहार की राजनीतिक गलियारों में इस बात की भी चर्चा तेज है कि मुकेश सहनी बिहार विधान परिषद के पार्षद बन सकते हैं. चर्चा है कि मुकेश सहनी को हाल ही में राजद के एमएलसी रहे सुनील कुमार सिंह की सीट पर विधान परिषद भेजा जा सकता है. सुनील कुमार सिंह की विधान परिषद की सदस्यता को इसी मॉनसून सत्र में अमर्यादित आचरण करने के आरोप में खत्म कर दी गई थी.